भोपाल। हनुमानगंज पुलिस के हत्थे चढ़े फराज के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन मिलने के बाद एक बार फिर भोपाल सुर्खियों में आ गया है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब भोपाल का नाम अंडरवर्ल्ड के साथ जोड़ा गया है।
इससे पूर्व भी अबू सलेम के पासपोर्ट बनवाने से लेकर इकबाल मिर्ची के आलीशन बंगले में गुलशन कुमार के हत्यारे की लाश मिलने तक अंडर वर्ल्ड के राडार पर भोपाल रहा है। इससे भी चौंकाने वाली बात यह है कि कंधार अपहरण कांड के अपहरणकर्ताओं ने उस समय विमान में सवार लोगों से भोपाल को लेकर चर्चा की थी।
अंडरवर्ल्ड के लिंक पर ही चलाई थी गोली
शाहजहांनाबाद के गोल दरवाजे के रहने वाले फराज शकील पिता परवेज को धारदार हथियार रखने के आरोप व 17 दिसंबर को अड़ीबाजी करने पर हनुमानगंज पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की। पुलिस को भी ऐसी उम्मीद नहीं थी कि इसके तार अंडरवर्ल्ड से भी जुडे हुए होंगे। जब एसपी अरविंद सक्सेना ने इस मामले में जुहू पुलिस स्टेशन से फराज के बारे में इंफॉरमेशन निकलना शुरू की, तो पुलिस की भौंहें तन गर्इं। पुलिस को पता चला है कि आरोपी 2009 में दीपक भंडारी पर गोली चलाने के मामले में
कोर्ट का भगोड़ा है। इसके अलावा जो जानकारी मुंबई पुलिस ने दी, उससे भोपाल पुलिस दंग रह गई। सूत्रों की मानें तो मुंबई पुलिस ने आरोपी के बारे में जो खुलासे किए, उनसे पता चला कि आरोपी मॉरिशस में अपने पिता के साथ रहता था। वहां वह हाजी नामक एक शख्स के लिए काम करता था, जो अंडरवर्ल्ड डॉन से जुड़ा हुआ था। पुलिस सूत्रों की मानें तो उसके द्वारा दोस्तों के साथ मिलकर जुहू थाना क्षेत्र में डायमंड व्यापारी को डराने के लिए गोली चलाई गई थी। इसमें टीप भी अडंरवर्ल्ड की थी।
कंधार विमान मामले में अपहर्ताओं ने किया था भोपाल का जिक्र
24 दिसंबर 1999 को इंडियन एयरलाइंस के आईसी 814 वायुयान को हाइजेक कर अफगानिस्तान के शहर कंधार ले जाने वाले हरकत-उल मुजाहिदीन नाम के आतंकी संगठन के आतंकियों ने इस विमान में सवार भोपाल के रहवासियों से भोपाल का जिक्र किया था। इस दौरान उन्होंने अनौपचारिक बातचीत में बताया था, वे भोपाल के शाहजहांनाबाद के इलाकों को जानते हैं। जबकि सूत्रों की मानें तो उन्होंने यह भी कबूल किया था कि उन्होंने भोपाल घूमा है।
अबदुल्ला की मिली थी अंग्रेजन विला में लाश
दाउद इब्राहिम के किसी जमाने में खास रहे इकबाल मिर्ची का आलीशन बंगला अंग्रेजन विला भी भोपाल के श्यामहिल्स इलाके में आज भी है। यह उस समय चर्चाओं में आया था, जब गुलशन कुमार हत्याकांड के आरोपी अनिल शर्मा उर्फ अब्दुल्ला की लाश इस अंग्रेजन विला से बरामद हुई थी। इसके बाद कई बार यहां बंगला चर्चाओं में रहा है। वहीं मुंबई से भाड़े के दो हमलवार वीआईपी रोड पर एक युवक को मारने आए थे, जिनको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
पूर्व में भी अंडरवर्ल्ड से रहा है पुराना नाता
राजधानी और अंडरवर्ल्ड का पुराना नाता रहा है। यहां 1990 के दशक में अर्चना शर्मा की तलाश में मुंबई पुलिस शाहजहांनाबाद इलाके में खोजबीन के लिए आई थी। यह महिला यहां पर रह रही थी। यह उस समय के मुंबई माफिया डॉन के लिए काम करती थी। इसके बाद अबू सलेम के पासपोर्ट को लेकर भी मुंबई पुलिस ने राजधानी के काफी चक्कर लगाए थे।
इंदौर में वारदात भोपाल में गिरफ्तार
1999 में ही इंदौर के एक व्यापारी जगदीश मोती रमानी को मुंबई के अंडरवर्ल्ड के बदमाशों ने अगवा कर भागने के लिए भोपाल हाईवे का उपयोग किया। उस दौरान पुलिस ने नाकेबंदी कर आरोपियों को भोपाल में गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में भी भोपाल चर्चाओं का बिंदु बन गया था।