भोपाल। निर्भया मोबाइल पेट्रोलिंग अपने अमल में आने के तीसरे दिन ही मनमानी पर उतर आई है। वह पार्क में बैठे छात्र- छात्राओं को भी अपमानित करने से चूक नहीं रही है। शिकायत आए या न आए, वह अपनी मुहिम पर निकल कर सुरक्षा की जगह खौफ का माहौल बनाने में जुट गई है।
गौरतलब है कि 16 दिसंबर को मोबाइल पेट्रोलिंग यूनिट का शुभारंभ किया गया था। इसमें महिलाओं पर होने वाले अत्याचार, प्रताड़ना और यौन अपराधों को रोकने महिलाओं को जागरूक करना भी पेट्रोलिंग मोबाइल का मुख्य काम रखा गया है।
तीसरे दिन ही निर्भया मोबाइल पेट्रोलिंग टीम द्वारा नाबालिगों को सड़क पर उठक-बैठक कराकर अपमानित किया जा रहा है। मोबाइल पेट्रोलिंग टीम उद्यान में बैठे युवती के रिश्तेदार व परिजनों को भी पकड़कर आरोपियों जैसा सलूक कर रही है। जबकि आला-अधिकारियों ने स्पष्ट किया था कि महिलाओं को जागरूक करने के उदेश्य से इसका उपयोग किया जाएगा। मानव अधिकार आयोग की गाइड लाइन के अनुसार ऐसी कार्रवाई मौलिक अधिकारों का हनन मानी जाएगी।
स्कूल कॉलेजों में शिविर
निर्भया पेट्रोलिंग मोबाइल के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को बताने के लिए शिविर आयोजित किए जाएंगे। इसके लिए कुछ चुनिंदा स्थान, स्कूल और कॉलेजों में संबंधित अधिकारियों को बुलाकर महिलाओं को जागरूक करने के प्रयास किए जाएंगे।
यह दिए थे निर्देश
निर्भया मोबाइल पेट्रोलिंग के शुभारंभ के मौके पर आईजी भोपाल संजय झा ने कहा था कि स्कूल और कॉलेजों के समीप लड़कियों के प्रति होने वाली बदसलूकी, छेड़छाड़, अभद्र व्यवहार को रोकने के लिए राजधानी में निर्भया पेट्रोलिंग काम करेगी। बसों और कामर्शियल वाहनों में महिलाओं से होने वाली किसी भी प्रकार की घटना को रोकना और उस पर भी कार्रवाई की जाएगी।