भोपाल। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि लोकतंत्र को मजबूत, स्वतंत्र और निष्पक्ष बनाने में अधिकारियों-कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका है इसलिए वे राजनीतिक दलों के हितों की पूर्ति के लिए ऐसा कोई दबाव सफल न होने दें जिससे मध्यप्रदेष में प्रजातंत्र की बुनियाद कमजोर हो और जनादेश का अपमान हो।
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने सभी अधिकारियों-कर्मचारियों से अपील करते हुए कहा कि मौजूदा सत्तारूढ़ दल प्रदेष की अब तक की सभी मान्य परंपराओं का लगभग अपमान कर उस जनादेष का भी इंतजार नहीं कर रहा जो लोकतंत्र का सबसे बड़ा निर्णय है। उन्होंने कहा कि हार के भय से सत्तारूढ़ दल मतगणना के तीन दिन पूर्व मंत्रिमंडल की बैठक और समीक्षा बैठक करके डाक मत-पत्र को भ्रमित करने का प्रयास कर रहा है। नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि आज भी 78 हजार कर्मचारियों-अधिकारियों के मत डलना शेष है। ऐसी स्थिति में उन पर दबाव बनाने की यह फासिस्टवादी सोच की शर्मनाक कोषिष है।
श्री सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिक दलों की सरकार आती-जाती है लेकिन तंत्र हमेषा शासन-प्रषासन को गतिषील बनाने के लिए मौजूद रहता है। प्रजातंत्र को मजबूत रखने उसे स्वस्थ्य बनाने और निष्पक्षता से काम करने पर ही किसी भी तंत्र की साख टिकी होती है। नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने कहा कि चुनाव कराने से लेकर मतगणना तक अधिकारियों-कर्मचारियों की कुषलता निष्पक्षता से आज पूरे देष में चुनाव प्रक्रिया पर जनता का विष्वास बना है। श्री सिंह ने कहा कि जनता की लोकतंत्र में इस गहन आस्था को कोई ठेस न पहुंचे और उसे मजबूत बनाने में उसका उत्साह बना रहे इसके लिए जरूरी है कि शासन-प्रषासन के अधिकारी-कर्मचारी दबाव रहित होकर लोकतंत्र के लिए जो जरूरी है सिर्फ वहीं काम करें।