हे शिवराज, आपके आदेश पर नौकरी तो मिल गई, लेकिन 18 महीने से वेतन नहीं मिला

भोपाल। उज्जैन के शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद महाविद्यालय में शिवराज केबीनेट के आदेश के बाद नियमित किए गए 17 कर्मचारियों को नियमितिकरण आदेश से आज दिनांक तक का वेतन ही नहीं दिया गया है। मामला बाबुओं के बीच झूल रहा है।

गंभीर आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे कर्मचारियों ने न्याय की प्रत्याशा में भोपाल समाचार के माध्यम से मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से गुहार लगाई है कि जब नौकरी दे दी है तो कृपया वेतन भी दिलवाने का कष्ट करें।

हम इन कर्मचारियों द्वारा प्रेषित किया गया आवेदन यथावत प्रकाशित कर रहे हैं। आप भी पढ़िए, क्या है यह मामला:—

विषय:- म.प्र. शासन के केबिनेट (मंत्री परिषद) के निर्णय उपरांत भी 1 वर्ष 8 माह से अधिक समय हो जाने के बाद भी आज दिनांक तक वेतन का भुगतान न होने के संबंध में।

महोदय,
निवेदन है कि म.प्र. शासन एवं आयुष विभाग मंत्रालय भोपाल के आदेश पत्र क्र./एफ 5-10/10/1/59 भोपाल दिनांक 27.03.12 द्वारा शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद महाविद्यालय उज्जैन में 17 पदों का सृजन म.प्र. शासन द्वारा कैबिनेट की बैठक में निर्णय लिया जाकर तथा शासन एवं माननीय उच्च न्यायालय खण्डपीठ इन्दौर में पारित निर्णय के परिपालन में 17 कर्मचारियों को नियमित किया गया था।

श्रीमान् आयुक्त महोदय संचालनालय आयुष विभाग भोपाल एवं श्रीमान् आयुक्त महोदय कोष एवं लेखा पर्यावास भवन भोपाल से नव सृजित पदों को प्रधानाचार्य शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद महाविद्यालय उज्जैन के डीडीओ कोड 4306002005 के एवं विभाग के बीसीओ क्रमांक 6002 सेन्ट्रल सर्वर में पदों को फीड करने हेतु श्रीमान् प्रधानाचार्य महोदय शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय द्वारा अनेकों बार पत्रों के माध्यम से दोनो आयुक्त महोदयों से निवेदन किया जा चुका है। कार्यालय कोष एवं लेखा, पर्यावास भवन भोपाल द्वारा निरंतर यह कहा जा रहा है कि हमें जानकारी आज दिनांक तक अप्राप्त है, वहीं दूसरी ओर कार्यालय आयुक्त, भारतीय चिकित्सा पद्धति एवं होम्योपथी, भोपाल द्वारा जानकारी कार्यालय कोष एवं लेखा को भेजे जाने से संबंधित पत्र दिखाकर कहा जाता है कि यह जानकारी तो हमारे द्वारा कार्यालय कोष एवं लेखा विभाग को भेज दी गई है। परन्तु आज दिनांक तक हमारे नवनिर्मित पद सेन्ट्रल सर्वर पर अपलोड नहीं किये जाने के कारण विगत 01 वर्ष 08 माह से हमें वेतनमान का भुगतान नहीं हुआ है।

उल्लेखनीय है कि  हम सभी कर्मचारियों का वेतन आहरण विगत विगत 01 वर्ष 08 माह से नही होने से हमारे परिवारों को आर्थिक परेशानियों के साथ ही साथ हमारे बच्चों को स्कूल में बिना फीस भरे स्कूल से निकाल दिये जाने संबंधी आदेश प्रसारित हो सकते है एवं हमारे रोटी खाने की समस्या भी उत्पन्न हो गयी है। यहां तो अती तब हो गयी जब कुछ कर्मचारियों के घरो में वेतन नहीं मिलने से पति एवं पत्नी के मध्य विवाद इतना बढ गये है कि उनके मध्य तलाक की स्थिति निर्मित हो गयी है एवं कई कर्मचारी कर्ज में डूब जाने के कारण आत्महत्या भी कर सकते है।

श्रीमान् जी से निवेदन है सेन्ट्रल सर्वर में पदों को फीड करने हेतु श्रीमान् आयुक्त महोदय संचालनालय आयुष विभाग भोपाल एवं श्रीमान् आयुक्त महोदय कोष एवं लेखा पर्यावास भवन भोपाल को आदेषित करने की कृपा करेगें जिससे हम समस्त कर्मचारियों का वेतन अविलंब आहरण हो सके।

प्रार्थी
समस्त 17 कर्मचारी
शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद महाविद्यालय,
उज्जैन म.प्र.

अब देखना यह है कि इस खुले खत के बाद भी बाबुओं के बीच झूल रहे इस मामले में कोई कार्रवाई हो पाती है या विधानसभा सत्र के दौरान इन सभी 17 कर्मचारियों को राजधानी में सपरिवार आमरण अनशन का कदम उठाने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

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