भोपाल। केंद्रीय कर्मचारी और वर्कर समिति के आह्वान पर शिमला में केंद्रीय कर्मचारियों ने 15 सूत्रीय मांगपत्र को लेकर संयुक्त हड़ताल सम्मेलन का आयोजन किया। इसमें 250 से ज्यादा डेलीगेट ने हिस्सा लिया।
समिति के महासचिव केएल गौतम ने बताया कि केंद्र कर्मचारियों को निकट भविष्य में अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने के लिए तैयार करना था। उन्होंने बताया कि केंद्रीय कर्मचारी लगातार पिछले सालों से अपनी मांगों को उठा रहे हैं, लेकिन सातवें वेतन आयोग के गठन, पचास फीसदी महंगाई भत्ते को वेतन में विलय करने, नई पेंशन स्कीम को लेकर संघर्ष कर रहे हैं।
साथ ही चेताया कि यदि सरकार यह मांगें शीघ्र पूरा नहीं करती तो केंद्रीय कर्मचारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने का फैसला लेंगे। सम्मेलन को दिल्ली से आए कर्मचारी नेता केपी राजागोपाल ने संबोधित किया। इसका शुभारंभ बीमा कर्मचारी एसोसिएशन के राष्ट्रीय सचिव अनिल कुमार भटनागर ने किया। दोनों कर्मचारी नेताओं ने कहा कि अब केंद्रीय कर्मचारियों के पास संयुक्त संघर्ष के अलावा कोई रास्ता नहीं है।
सम्मेलन को गोविंद चितरांटा, एचएस गुलेरिया, राजेंद्र सिंह, कैलाश शर्मा, वीरेंद्र शर्मा, पीपी मेहता, हरीश जुल्का , बलबीर सुरी और चितरंजन शर्मा ने संबोधित किया। सम्मेलन की अध्यक्षता समन्वय समिति के चेयरमैन प्रेम लाल वर्मा ने की।