अधिकारी और चपरासी सब मांग रहे हैं रिश्वत

भोपाल। सतना के सहायक अध्यापक मुकेश कुमार पाण्डेय ने कलेक्टर को शिकायत की है कि वेतन निर्धारण के मामले में उनके अधिकारी और चपरासी सब रिश्वत की मांग कर रहे हैं। श्री पाण्डेय का कहना है कि वेतन निर्धारण हमारा अधिकार है, इसके लिए रिश्वत क्यों दी जाए।

श्री पाण्डेय ने कलेक्टर सतना को शिकायत पंजीकरण 15398 / श्रीमान कलेक्टर महोदय जी जिला - सतना (मध्यप्रदेश),date 17/09/2013 के माध्यम से जो शिकायत प्रेषित की है हम उसे यथावत प्रकाशित कर रहे हैं, आप भी पढ़िए क्या कुछ है इस शिकायती पत्र में:—


सेवा में
                     
                         श्रीमान कलेक्टर महोदय जी
                         जिला . सतना ;मध्यप्रदेशद्ध

विषय. संकुल केंद्र शासकीय हाई स्कूल गौहानीए जनपद पंचायत मझगवांए जिला सतना के प्राचार्य रामदीन शर्माए तथा बाबू का कार्य करने वाले भृत्य बृजभान सिंह द्वारा वार्षिक वेतन वृद्धि के निर्धारण तथा बकाया स्वत्तो के भुगतान करने के एवज में रिश्वत की मांग करने की शिकायत तथा कार्यवाही करने के संबंध  में ।

मान्यवरए
                                            संकुल केंद्र शासकीय हाई स्कूल गौहानीए जनपद पंचायत मझगवांए जिला सतना के प्राचार्य रामदीन शर्माए तथा बाबू का कार्य करने वाले भृत्य बृजभान सिंह द्वारा की जा रही अनियामितिताओ तथा मनमानियों की बिन्दुवार जानकारी निम्नलिखित है.
                                 
 1ण्   विषयान्तर्गत निवेदन है की अध्यापक संवर्ग के कर्मचारियों को 1 अप्रैल 2013 से  मध्यप्रदेश शासन के आदेशानुसार संशोधित वेतनमान का निर्धारण कर वेतन प्रदाय किया जाना था।संकुल केंद्र शासकीय हाई स्कूल गौहानीए जनपद पंचायत मझगवांए जिला सतना के प्राचार्य रामदीन शर्माए तथा बाबू का कार्य करने वाले भृत्य बृजभान सिंह द्वारा पहले तो दो महीने तक वेतन का निर्धारण ही नहीं किया गया और अध्यापक संवर्ग के कर्मचारियों को जून 2013 से संशोधित बढ़ा हुआ वेतन दिया गयाए और अप्रैल तथा मई माह के वकाया भुगतान के बदले  रिश्वत की मांग की जा रही है। प्राचार्य रामदीन शर्माए तथा बाबू का कार्य करने वाले भृत्य बृजभान सिंह द्वारा निरंतर अध्यापक संवर्ग के कर्मचारियों से वसूली डंके की चोट पर की जा रही हैए और जब वकाया भुगतान में लेट लतीफी की बात इनसे की जाती है तो इनके द्वारा दिलेरी से कह दिया जाता हैए की जब तक सौ प्रतिशत रिश्वत की वसूली नहीं हो जाती है तब तक वकाया स्वत्तो का भुगतान नहीं होगाए चाहे जितना भी विलम्ब हो जाये। वसूली को जायज कहते हैए और कहते  है कीए जिला कोषालय  सतना में हर हाल में पैसा लगता है।
                                 
 2ण्     वार्षिक वेतन वृद्धि के निर्धारण में भी पैसो की मांग की जाती हैए और पैसे नहीं देने पर कई. कई महीनो तक वार्षिक वेतन वृद्धि के निर्धारण के कार्य में अनावश्यक विलम्ब किया जाता है। प्रार्थी  मुकेश कुमार पाण्डेयए सहायक अध्यापकए प्राथमिक शाला अठबरही के ग्रीन कार्ड धारी होने पर होने वाली वार्षिक वेतन वृद्धि के निर्धारण में अनावश्यक विलम्ब चार महीनो से किया जा रहा है। प्रार्थी ने ग्रीन कार्ड पर होने वाली वार्षिक वेतन वृद्धि के लिए आवेदन अप्रैल महीने में ही कर दिया था । अनावश्यक विलम्ब के विषय में जब प्रार्थी द्वारा संकुल केंद्र में कहा गया तो वेतन वृधि के निर्धारण हेतु पैसो की मांग प्राचार्य रामदीन शर्मा द्वारा की गयी। मुकेश पाण्डेय के द्वारा पैसा देने से मना करने पर प्राचार्य तथा बाबू ने ग्रीन कार्ड की मूल प्रति मंगाईए जो मैंने उन्हें दे दी और कुछ दिनों पश्चात् जब वेतन वृद्धि के निर्धारण के लिए प्राचार्य महोदय से बात की तो उनके द्वारा आवेदन करने के लिए कहा गयाए ग्रीन कार्ड की मूल प्रति के साथए जो की मैंने पूर्व में ही प्राचार्य महोदय को दे चुका  था । चुकि मुझे आवेदन तथा ग्रीन कार्ड की मूल प्रति देने की पावती नहीं दी गयी थीए और मेरे द्वारा रिश्वत देने से भी मना  कर दिया गया  था ए तो इन लोगो के द्वारा सोची समझी साजिश के तहत मेरे ग्रीन कार्ड की मूल प्रति को परीक्षण के नाम पर हथिया ली गयीए और विलम्ब करने का मौका भी पा लिया गया। हालाँकि प्राचार्य तथा बाबू के इस तरह के कृत्यों से परेशान हो कर मेरे द्वारा बाबू बृजभान सिंह से मोबाइल में बातचीत को रिकार्ड कर अपने दस्तावेजो को उनके पास होने और रिश्वत की मांग को साबित करने का प्रयास किया है।                                      
                                 
  3ण्    प्रार्थी की नियुक्ति संविदा शाला शिक्षक के पद पर सितम्बर 2003 में हई थीए और प्रावधान था कि तीन वर्ष पश्चात् प्रार्थी के कार्य . व्योंहार का मूल्यांकन कर आगामी तीन वर्ष के लिये संविदा नियुक्ति को बढा कर दिये  जा रहे वेतनमान पर 15 प्रतिशत की बृद्धि की जायेगीए लेकिन आज दिनांक तक प्रार्थी के


आगामी तीन वर्ष की 15 प्रतिशत की राशि  का भुगतान संकुल प्राचार्य रामदीन शर्मा और बाबू  का कार्य करने वाले भृत्य बृजभान सिंह द्वारा नहीं किया गया हैए  जबकि सितम्बरए 2006 से प्रार्थी की संविदा नियुक्ति को बढाकर दिनांक 06ध्09ध्2013 को जनपद पंचायत मझगवां के आदेश क्रमांक 2315 ए के आदेशानुसार मेरा संविलियन अध्यापक संवर्ग में किया गया है। इस विलम्ब की वजह भी रिश्वत का न देना है।
                   
 4ण्     संकुल प्राचार्य रामदीन शर्मा तथा भृत्य बृजभान सिंह द्वारा इस तरह से मुझे परेशान करने का पहला प्रयास नहीं हैए बल्कि पूर्व में भी जनपद पंचायत मझगवां के आदेश क्रमांक 2315 ए दिनांक 06ध्09ध्2013  के आदेशानुसार मेरा संविलियन अध्यापक संवर्ग में किया गया थाए और यहाँ पर भी इनके द्वारा पैसो की मांग की गयी और नहीं देने पर मेरे वेतन का निर्धारण 9 महीनो तक नहीं किया गया और वेतन निर्धारण को लंबित रखे जाने हेतु विभिन्न तरह के षड़यंत्र कर वरिष्ठ कार्यालय को भ्रमित किया जाता रहा। प्रार्थी मुकेश कुमार पाण्डेय द्वारा काफी भागदौड़ करए वरिष्ठ कार्यालयों में अभ्यावेदन करने के पश्चात् जनपद पंचायत मझगवां के आदेश क्रमांक 20 ए दिनांक 13ध्04ध्2011  के आदेशानुसार संकुल प्राचार्य रामदीन शर्मा मेरे वेतन निर्धारण किया गया।
                                   तत्पश्चात संकुल प्राचार्य रामदीन शर्मा ने पुनः मेरे एरिअर्स के भुगतान में भी रिश्वत की मांग की गयी। चुकि संकुल प्राचार्य रामदीन शर्मा ने मेरे वेतन का निर्धारण काफी विलम्ब से किया जिस कारण से मेरे वकाया वेतन की राशि लगभग सत्तर हजार के करीब थी और संकुल प्राचार्य रामदीन शर्मा अपने लिए पंद्रह हजार तथा भृत्य बृजभान सिंह अपने लिए पंद्रह हजार मांग रहे थे। मेरे मना करने पर दोनों ने मिलकर मेरे एरिअर्स के भुगतान में निरंतर विलम्ब और तरह तरह के षड़यंत्र कर षड़यंत्र कर वरिष्ठ कार्यालय को भ्रमित किया जाता रहा।  प्रार्थी  द्वारा पुनः वरिष्ठ कार्यालयों में अभ्यावेदन करने के पश्चात् जनपद पंचायत मझगवां के आदेश क्रमांक 1217ए दिनांक 15ध्11ध्2011 तथा जिला शिक्षा कार्यालय सतना के आदेश क्रमांक 1724 ए दिनांक  28ध्11ध्2011 के आदेशानुसार एरिअर्स भुगतान हेतु संकुल प्राचार्य को निर्देशित किया गयाए लेकिन उनके द्वारा एरिअर्स का भुगतान फिर भी नहीं किया गया। तत्पश्चात प्रार्थी के अभ्यावेदन पर  जिला शिक्षा कार्यालय सतना के आदेश क्रमांक 210 ए दिनांक  26ध्03ध्2013 के आदेशानुसार संकुल प्राचार्य रामदीन शर्मा को उनके विरुद्ध कार्यवाही की चेतावनी देकर एरिअर्स का भुगतान करने के लिये निर्देशित किया गयाए तब कही जा कर 27 महीने में प्रार्थी के एरिअर्स का भुगतान संकुल प्राचार्य रामदीन शर्मा ने किया।
                                         
 5ण्   माननीय एसंकुल प्राचार्य रामदीन शर्मा तथा बाबू का कार्य करने वाले भृत्य बृजभान सिंह रिश्वत लेकर ही कार्य करते हैए इसका अनुमान इस बात से लगाया जा सकता हैए की जब मेरे द्वारा एक बार वेतन निर्धारण हेतुए तथा एक बार एरिअर्स भुगतान हेतु  रिश्वत देने की हामी भर दी गयी तो इनके द्वारा कार्यवाही भी की गयीए लेकिन जब मेरे कहे अनुसार रिश्वत का भुगतान नहीं किया गया तो जारी कार्यवाही को रोक कर विलम्ब करने का प्रयास किया गया। एजुकेशन पोर्टल पर देखा जा सकता है की किस प्रकार से जनवरीए 2011 में रिश्वत की लालच में आ कर मेरा वेतन निर्धारण की कार्यवाही की गयी और जब भुगतान नहीं किया गया तोए मुझे पुनः पुराना वेतनमान दिया जाने लगा। इसी प्रकार जूनए 2011 में मेरे द्वारा रिश्वत की हामी भरने पर भुगतान की कार्यवाही की गयीए लेकिन मेरे द्वारा रिश्वत का भुगतान नहीं करने परए मेरे एरिअर्स का भी भुगतान नहीं किया गया।
                                     
                                                     अतः प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर प्रार्थी का श्रीमान जी अनुरोध हैए आवेदन पर विचार कर नियमानुसार जाँच तथा कार्यवाही कराने की कृपा की जाय।ए प्रार्थी के सितम्बर 2006 से अगस्त 2009  तक का 15 प्रतिशत की वृद्धि का वकाया एरिअर्स का भुगतानए ग्रीन कार्ड परए वार्षिक वेतन वृद्धि का निर्धारण करानेए तथा अप्रैलए मई 2013 का वकाया वेतन का एरिअर्स का भुगतान कराने की महान कृपा करे।
 दिनांक.09ध्09ध्2013                                                                                                                               प्रार्थी
 स्थान.  सतना                                                                                                                मुकेश कुमार पाण्डेय
सहायक अध्यापकए
                                                                                                                  प्राथमिक शाला. अठबरहीए संकुल केंद्र. शासकीय हाई स्कूल गौहानीए
                                                                                                                                     जनपद पंचायत. मझगवांए  जिला. सतना
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