भोपाल। आपको दिग्विजय सिंह का अंतिम कार्यकाल याद है? उन्होंने हाईकमान से फ्री-हैंड मांगा था, टिकिट अपनी मर्जी से बांटने के लिए और उसके बाद क्या हुआ सबको पता है। अब शिवराज सिंह चौहान भी हाईकमान से फ्री-हैंड मांग रहे हैं, वही टिकिट बांटने के लिए।
टिकट वितरण को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने केंद्रीय नेतृत्व से फ्री-हैंड मांगा है। साथ ही विधानसभा चुनाव की तैयारियों का ब्लू प्रिंट भी आलाकमान को दिया। इसमें 150 अधिक सीटें जीतकर तीसरी बार सरकार बनाने का दावा किया गया है।
वो नहीं चाहते कि अब कोई भी राष्ट्रीय या प्रदेश स्तरीय नेता उनके निर्णयों में दखल दे और उन्हें बार बार डेमेज कंट्रोल करना पड़े। वो सुरेश सोनी और उनके साथियों की दखलअंदाजी भी नहीं चाहते। दोनों ने दावा किया है कि हम 150 सीटें ले आएंगे, बस हमें डिस्टर्ब ना किया जाए। किसी भी प्रकार का इंटरफिअरेंस ना हो।
सनद रहे कि दिग्विजय सिंह ने भी कुछ ऐसे ही वचन सोनिया गांधी से कहे थे। यहां याद दिला दें कि दिग्विजय सिंह को चुनाव उमा भारती या भाजपा ने नहीं हराया, बल्कि कांग्रेस की अंतर्कलह ने ही हराया था। तनाव में दिग्गी गलत बयानबाजी करते चले गए और अंतत: कर्मचारी, किसान व आम आदमी सब उनके खिलाफ हो गए।
लव्वोलुूआब यह कि अंतर्कलह सब संकटों की जड़ है। शेष शिवराज की मर्जी।