भोपाल। मप्र कांग्रेस के चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया का कहना है कि शिवराज सरकार में जिस तरह लूटपाट मची है, उससे लोग परेशान हैं और अगले चुनाव में केवल जनता ही नहीं, भगवान भी शिवराज को माफ नहीं करेंगे।
सिंधिया ने कहा कि आचार संहिता लगने के बाद शिवराज सरकार का असली चेहरा सामने आएगा। जब भाजपा के पांडाल सूने दिखाई देंगे। उन्होंने दावा किया कि भाजपा के पांडाल में लाई गई भीड़ है, जबकि कांग्रेस की सभाओं मे आई हुई भीड़ है।
सिंधिया ने शनिवार को मप्र सहारा समय चैनल के प्रमुख मनोज मनु से खास बातचीत में कहा कि पिछले दस साल में भाजपा ने भ्रष्टाचार का विकेन्द्रीकरण कर दिया है। भ्रष्टाचार बल्लभ भवन से निकलकर गांव-गांव तक फैल गया है। अगले चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनेगी और इस पूरे सिस्टम को बदला जाएगा।
उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार के भ्र्रष्ट और चरित्रहीन मंत्री ही नहीं, भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ भी सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। सिंधिया ने दावा किया कि अटल ज्योति अभियान के नाम पर मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता को गुमराह कर रहे हैं। सिंधिया ने चुनौती दी कि प्रदेश के किसी भी गांव में यदि 24 घंटे बिजली मिल रही है तो मैं अपना नाम बदल लूंगा।
मोदी ने मप्र के लिए क्या किया?
सिंधिया ने दावा किया कि प्रदेश की शिवराज सरकार केंद्र की योजनाओं का नाम बदलकर केवल वाहवाही लूटने का काम कर रही है। केंद्र की राजीव गांधी विद्यतीकरण योजना को उन्होंने अटल ज्योति नाम देकर करोड़ों के विज्ञापन छपवाकर अपनी पीठ स्वयं थपथपाने की कोशिश की है। भोपाल में भाजपा के महाकुंभ की खिल्ली उड़ाते हुए सिंधिया ने कहा कि हर गांव के सरपंच को चिट्ठी लिखकर 200 लोग लाने का संदेश भेजा गया, साथ ही खाना-किराया देने का प्रलोभन भी दिया गया।
उन्होंने कहा कि महाकुंभ में एसपी, कलेक्टर, आरटीओ, तहसीलदार समेत अन्य अधिकारियों के कोटा फिक्स था। सिंधिया ने दावा किया कि इस आयोजन पर भाजपा ने 300 करोड़ रुपए खर्च किए। उन्होंने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी का मध्यप्रदेश में स्वागत है।
मोदी 1998 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश प्रभारी थे, तब भाजपा बुरी तरह से हारी थी। यहीं नहीं, वे जिन राज्यों में गए, वहां भाजपा हारी। सबसे बड़ी बात यह है कि मोदी ने मप्र के लिए क्या किया है? वहीं शिवराज सिंह चौहान ने हाईकमान से मोदी को मप्र नहीं भेजने का आग्रह किया है क्योंकि उन्हें सबसे ज्यादा मोदी से खतरा है।