शेख शकील/खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा जिला अस्पताल खंडवा में पदस्थ स्टाफ नर्स तेजा पारे (45 साल) पति स्व. महिपालसिंह पारे की बीती रात में अपहरण के बाद निर्मम हत्या कर दी गयी। आज शनिवार सुबह जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर थाना क्षेत्र के ग्राम जामन्या में नहर के पास उसकी लहुलहान हालत में लावारिश रूप में हाथ मिली है।
बताया गया है कि बीती शुक्रवार की रात में उसे जिला चिकित्सालय परिसर के उसे घर से अगवा कर ग्राम जामन्या ले जाया गया। जहा पहले उसका गला दबाया फिर कार सिर कुचल दिया गया। साथ में उसकी दत्तक पुत्री (8 साल) की भी हत्या की कोशिश की गयी। बच्ची का गला दबाकर उसे खेत में फेंक दिया गया। बेहोश बच्ची को आरोपियो ने मरा समझकर छोड़ गये। बालिका सदमें में है और उसे यहां जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है जहां उसका उपचार जारी है।
बालिका के अनुसार रास्ते में उसकी माँ को कुछ नशीला ड्रिंक पिलाया और उसका रस्सी से गला दवाकर हत्या कर दी कातिलो ने उसकी माँ को जमीन पर पटककर हत्या को हादसा बताने के लिए उस पर से तीन -चार बार कार के चक्के फेर दिए और यह सब यह मासूम देख रही थी मासूम को कार में ही पकड़कर रखा गया था |
रात 10 बजे की इस घटना के बाद बहोश बालिका के होश आने पर रात 3 बजे उसने पुलिस कंट्रोल रूम को फोन भी लगाया लेकिन घटना स्थल की सही जानकारी से बेखबर बालिका मौके की जानकारी नहीं दे सकी। सुबह ग्रामीणो ने जब नर्स की लाश देखी तो सरपंच हनीफ पिता शब्बीर खान की सूचना दी। उसने मुंडी टीआई अजीत पटेल को सूचित किया। थाना प्रभारी सदलबल मौके पर पहुंचे । ग्रामीणो की मदद से घायल पायल को मूंदी अस्पताल भर्ती कराया गया । प्रारम्भिक उपचार के बाद उसे खण्डवा रेफर कर दिया गया। अपनी मां की हत्या की वारदात की चश्मदीद गवाह पालिका है।बालिका बुरी तरह सदमे में है। मृतका नर्स विधवा थी और उसने बालिका को गोद लिया था।
प्रकरण दर्ज
घटना के दोनो आरोपियो में चिकित्सालय का ही सुरक्षा गार्ड किशोर जाधव(28साल) तथा उसके साथी के विरूद्ध मूंदी पुलिस ने अपहरण ,हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। बालिका के अनुसार आरोपीयों की संख्या दों थी। मूंदी पुलिस ने पायल के बयान दर्ज कर आरोपी किशोर जाधव निवासी खण्डवा एवं एक अन्य के विरूद्व भादवि 363,366,307, 302, 34 का प्रकरण दर्ज किया है ।किशोर जाधव मृतिका का पारिवारिक मित्र है उसका उनके घर आना जाना था। दुसरा आरोपी भी चिकित्सालय का प्राइवेट सुरक्षा कर्मी बताया गया है। दोनों फरार है। ह्त्या का कारण अज्ञात है। पुलिस जाँच में जुटी हुई है। मृतिका का मूंदी में ही शव परीक्षण किया गया। शव परीक्ष डा. गगन दिलावरे और डॉ. शांता तिर्की ने किया है।
फिर अनाथ हो गई मासूम
मासूम एक बार फिर अनाथ हो गई । बताया गया कि स्टाफ नर्स तेजा पारे ने दत्तक लिया था, अनाथ को स्टाफ नर्स ने मां की ममता दी और बेहद दुलार दिया। कक्षा तीसरी मे पढ रही है । अब नर्स पारे का मर्डर हो जाने से पायल को दोबारा अनाथ होना पडा है । संयोग से बालिका पायल मौत के मुंह से बच गयी। वह घटनाक्रम के बाद तीन घन्टे तक अपनी मां के शव के पास बदहवास होकर रात के अंधेरे मे बैठी रही । नर्स के मर्डर के बाद उसका मोबाईल मौके पर पडा था जिसके जरिये रात तीन बजे मासूम ने मोबाईल में दर्ज पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना और अन्य परिजनो को भी सूचित किया हालाकि अंधेरे की वजह से पायल घटना स्थल की जानकारी नही दे पा रही थी।
उल्लेखनीय है कि 15 सितम्बर को ही तेजा पारे ने अपनी दत्तक पुत्री का जन्म दिन उल्लास के साथ मनाया था, बताया जाता है कि नर्स पारे के पति का पहले ही देहान्त हो गया था उसकी एक पुत्री थी जो दुर्भाग्य से ब्रेन टयूमर से चल बसी थी। इसके बाद उसने , भूमिका उर्फ पायल को न्यायालय के माध्यम से उसने दत्तक लिया था । भूमिका तीसरी में पढती थी, नर्स पारे मे उसे मां की ममता देकर पाला पोसा था ।
"यह है घटनाक्रम
बालिका के कथन के आधार पर पुलिस ने बताया कि शुक्रवार रात दस बजे किशोर जाधव व उसके साथी ने अस्पताल परिसर के सरकारी र्क्वाटर से चार पहिया वाहन में जोर जबरदस्ती कर बैठाया। बिना बताये जंगल के रास्ते ले गये। रास्ते में स्टाफ नर्स को मारा पीटा गया और सफेद रंग की दवा पिला दी । मूंदी से पांच किमी दूर ग्राम जामन्या के सुनसान नहर रोड लाकर रात में नर्स को मारापीटा गला दबाया और गाडी से उतारकर सडक पर फेका और उसके सिर पर गाडी का पहिया चढा दिया । इससे पूर्व पायल के साथ मारपीट करते हुये उसका भी गला दवाया गया उसको मृत समझकर सडक किनारे फेक दिया था । आरोपी घटना को अंजाम देकर वहां से फरार हो गये।।