भोपाल। पुलिस की नजरों में धूल झोंककर अपराध करने वालों के लिए बुरी खबर है! वह भले ही अब तक पुलिस की नजरों से बच जाते रहे हों, लेकिन अब वह लाख कोशिशों के बावजूद राजधानी के हजारों ‘सिटीजन कॉप्स’ की चौकन्नी नजरों से किसी भी तरह से नहीं बच सकेंगे।
अपराध नियंत्रण में सामुदायिक भागीदारी की अहम पहल के मकसद से पुलिस ने मोबाइल व टेलीफोन, मैसेज सहित वेबसाइट आधारित अनोखी और हाईटेक ‘सिटीजन कॉप्स’ योजना बनाई है। इसमें राजधानी में घटित अपराध की सूचना कोई भी व्यक्ति मोबाइल एप्लीकेशन, टेलीफोन, वेबसाईट या एसएमएस पर पुलिस को सूचित कर सकता है।
पुलिस अपराधियों के विरुद्घ कार्रवाई करने के साथ ही सूचनाकर्ता की पहचान गोपनीय रखेगी। साथ ही इस मोबाइल एप्लीकेशन में आम व्यक्ति की सुरक्षा के लिए ‘हेल्प मी’ नामक फीचर डाला गया है। इसमें पूर्व से ही चार मोबाइल नंबर फीड किए गए हैं। आप किसी खतरे में हों या फिर आपातकालीन हालात में आपको सिर्फ हेल्प मी बटन दबाना है।
ऐसा करते ही पहले से एप्लीकेशन में फीड चारों महत्वपूर्ण नंबरों पर मैसेज पहुंच जाएगा। साथ ही गूगल मैप की लोकेशन से आटोमेटिकली पता चल जाएगा कि मदद मांगने वाले की वर्तमान लोकेशन क्या है। ऐसे में पुलिस के अधिकारी तत्काल आपको मदद देने पहुंच जाएंगे। शुक्रवार को राजधानी के समन्वय भवन में इस हॉइटेक योजना का शुभारंभ गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता ने किया।