जबलपुर। मध्यप्रदेश राज्य अधिवक्ता परिषद अप्राकृतिक कृत्य के आरोप में फंसे प्रदेश के पूर्व वित्तमंत्री राघवजी पर कार्रवाई करने की तैयारी में है। राघवजी एक वकील हैं और परिषद में उनका अधिवक्ता के रूप में पंजीयन है।
राघवजी के गंभीर कृत्य को देखते हुए परिषद उनकी सनद निलंबित करने की तैयारी कर रही है। इसके लिए परिषद के अध्यक्ष शिवेंद्र उपाध्याय ने अन्य सदस्यों से राय मांगी है।
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष आदर्श मुनि त्रिवेदी ने शनिवार को परिषद के अध्यक्ष के समक्ष यह मुद्दा उठाया कि राघवजी पर गंभीर आरोप लगे हैं।
इसके बावजूद राघवजी ने अपनी याचिका में वकील होने का हवाला देकर राहत चाही है। गौरतलब है कि राघवजी ने जमानत याचिका के साथ एक आवेदन देकर कहा था कि वे एक अधिवक्ता हैं और बार के वरिष्ठ सदस्य भी हैं। परिषद के अध्यक्ष शिवेंद्र उपाध्याय ने सचिव मुकेश मिश्रा को आदेश दिए कि इस संबंध में परिषद के सभी सदस्यों को पत्र भेज कर उनकी राय बुलवाएं।
राघवजी की वकील के रूप में सनद निलंबन की मांग आई है। अधिवक्ता अधिनियम में केवल अध्यक्ष इस मसले पर निर्णय नहीं ले सकता। सभी सदस्यों की राय आने के बाद बहुमत के आधार पर सनद निलंबन पर फैसला लिया जाएगा।
शिवेंद्र उपाध्याय
अध्यक्ष राज्य अधिवक्ता परिषद