सीहोर। कभी भोपाल-सीहोर की सांसद रहीं उमाश्री भारती आज जब सीहोर पहुंची तो साधू संतों और रिटायर्ड भाजपाईयों के अलावा उनसे मिलने कोई नहीं आया। वो बड़ा बाजार में सन्नी महाजन द्वारा आयोजित आमसभा को संबोधित करने आईं थीं। शायद यही कारण रहा कि भाजपा के तमाम पदाधिकारियों ने इस आयोजन से पर्याप्त दूरी बनाए रखी।
सभा को संबोधित करते हुए उमाश्री भारती ने अपने चिरपरिचित अंदाज में कहा कि मध्यप्रदेश में अब कांग्रेस कभी खड़ी नहीं हो पाएगी कांग्रेस को प्रदेश की जनता द्वारा सबक सिखाया जा चुका है और इस बार भी जनता कांग्रेस का सबक सिखाएगी और प्रदेश में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश तीसरी बार सरकार बनाने के लिए मैं अपना जीवन एक बार फिर दाव पर लगाऊंगी।
उमा भारती ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता ही सही मायने में हिन्दू होने का सूचक है। धर्म निरपेक्षता की ताली दोनों हाथ से बजेगी धर्मनिरपेक्षता की ताली एक हाथ से नहीं बजती हम सिद्वांत की राजनीति करने में विश्वास करते है धर्मनिरपेक्षता की ताली एक हाथ से बजाई जा रही है हमारा कहना है कि यह ताली दोनों हाथ से बजनी चाहिए। उमाश्री भारती ने कहा कि मैनें कभी लालच से राजनीति नहीं की यदि मेरे को लालच होता तो जिन पदों पर मैं रही वहां तो लोगों की सात पीढिय़ा तर जाती है पर मैं तो जहां से चली हूं वहीं रही है।
उमाश्री ने कहा कि मैनें भारतीय जनशक्ति पार्टी का गठन किया तो भी मैंने कभी संघ से नाता नहीं तोड़ा सभी से कहती थी कि गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम में जरुर जाओ क्योंकि बच्चे अपना घर तो बदल सकते है पर माता पिता का बंटवारा कभी नहीं होता। उमाश्री भारती ने कहा कि चूंकि मैं अपना पिंडदान स्वयं ही कर चुकी हूँ इसलिए अब यह जीवन गंगा, गरीब, गाय के लिए समर्पित है उन्होंने कहा कि मैं गंगा के जैसी स्वच्छ राजनीति करुंगी, भष्ट्राचार और अपराधियों को बढ़ावा नहीं दूंगी।
कार्यक्रम में उमाश्री को भारती को सिक्कों से तौला गया। इस अवसर सन्नी महाजन पूर्व विधायक मदन लाल त्यागी, पूर्व जिला मेहरबान सिंह बलभद्र, पूर्व मार्केटिंग अध्यक्ष लोकेन्द्र मेवाड़ा, पूर्व पार्षद राजेश राठौर आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम में भाजपा के कई जिला पदाधिकारी शामिल नहीं हुए यहीं नहीं जनशक्ति पार्टी में उमाश्री का साथ निभाने वाले पदाधिकारी भी नदारद थे।