रहली। सर्व शिक्षा अभियान के तहत स्कूलों में कैसे पढाई चल रही है इसका अनूठा उदाहरण सोमवार को देखने मिला पटना बुजुर्ग के शासकीय प्राथमिक स्कूल में जहां स्कूल समय में स्कूल से बच्चे नदारत थे मस्साब गायब ओर कक्षाओं में शहनाइयां गूंज रहीं थी। पूरा स्कूल प्रांगण बारात की गाडियों से खचाखच भरा था और हेड मास्टर साहब बारातियों के संग पंगत का लुफत उठा रहै थे।
बाकी के टीचर स्कूल से नदारद मिले। जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि स्कूल के नजदीक रहने वाले लोगों के यहां लडकी की ष्षादी हे और बारात आई है।
स्कूल के शिक्षकों को आभास भी नही हुआ होगा कि ऐसी बारिस में भी ब्लाक शिक्षा अधिकारी आर पी उपाध्याय पहुच सकते हैं। अचानक निरिक्षण को निकले बीईओ उपाध्याय ने देखा कि स्कूल प्रांगण बारात की गाडियों से खचाखच भरा है एक भी छात्र स्कूल में नही है स्कूल के कमरों में बारातियों की पंगत चल रही है और गानों की धुनों पर बाराती नाच रहे है।
स्कूल कार्यालय में पहुचने पर देखा तो एक शिक्षिका मीरा पटेल कुर्सी पर बैठी मिली बाकी कोई नही था। मीरा पटेल से जानकारी लेने पर बताया कि हेड मास्टर साहब ने छुट्टी कर दी हे बाकी के शिक्षकों की जानकारी भी वही दे सकते है। बीईओ को आया देख कुछ लोग दोडे और हेड मास्टर नाथूराम पटैल को बुलाकर लाया गया जो पंगत का आनंद उठा रहै थे।
नाथूराम पटेल से जानकारी चाही गर्इ् कि स्कूल समय में बारात को कैसे ठहरने दिया तो उनके पास कोई जबाब नही था। बच्चों की छुट्टी कैसे कर दी तो उनका कहना था कि बारिस हो रही थी इसलिये छुट्टी कर दी। बाकी के शिक्षक कहां है इस पर उनका कहना था कि छुट्टी पर है जबकि उपस्थिति रजिस्टर पर दो शिक्षकों के ही हस्ताक्षर थे जिनमे एक मात्र मीर पटेल उपस्थित मिली दूसरी का पता नही था।
छात्र छात्राओं का हाजिरी रजिस्टर देखा तो कक्षा दूसरी में पूरा खाना खाली था और अन्य कक्षाओं में में भी दस बारह दर्ज संख्या थी। विद्या के मदिर को इस हालत में देख बीईओ ने काफी फटकार लगाई और सभी शिक्षकों का एक एक दिन का वेतन काटने की कार्यवाही की। उल्लेखनीय है कि शालाओं को प्राईवेट कार्य हेतु नही देने के शासन के आदेश है ओर यहां तो स्कूल समय में यह सब होना निष्चित रुप से दुर्भाग्य पूर्ण है।
ये स्कूल भी मिले बंद
केस 02- समय दोपहर तीन बजे पटना बुजुर्ग के माध्यमिक स्कूल की छुट्टी हो जाती है बीईओ द्वारा बच्चों से पूछने पर बताया कि पूरी छुट्टी कर दी है मासाब ने। स्कूल पहुचने पर शिक्षिकाये और शिक्षक बाहर टहलते मिले। बीईओ द्वारा छुट्टी करने का कारण पूछा तो यहां भी हेड मास्टर आर एस मिश्रा ने बारिस होना बताया कि बारिस शुरू हो गयी थी इसलिये छुट्टी कर दी।
केस 03- रहली का आर्दश स्कूल भी समय से पहले बंद होने की शिकायत मिल रही थी आज भी समय से पहले शाम चार बजे विद्यालय बंद मिला ओर स्कूल का गेट भी बंद था। यहां भी बारिस होते ही छुट्टी कर दी जाती है।
वर्तमान में लगभग सभी शालाओं में अपने स्कूल भवन है ओर अतिरिक्त कक्षाआये भी सर्व शिक्षा अभियान के तहत बनाई गई है। फिर भी ग्रामीण क्षेत्रों में बारिस होने पर पुराने जमाने के स्कूलों की तरहा छुट्टी कर देना जैसे बंद कमरे में बच्चे भीग रहे हो यह सरासर बच्चों के भविष्य के साथ शिक्षिकों द्वारा खिलवाड किया जाना है।
- योगेश सोनी रहली।