भोपाल। हाईकमान के सामने बार बार बड़े नेताओं की शिकायत कर खुद बच निकलने वाले कांतिलाल भूरिया के चारों ओर अब शिकंजा कसने लगा है। चूंकि बड़े नेता ना केवल एक हो गए बल्कि एकता के नए आयोजन भी बता गए परंतु पार्टटाइम पॉलिटिक्स करने वाले भूरिया अभी तक कुछ भी नहीं कर पाए हैं।
मप्र कांग्रेस पर छाया नसरूल्लागंज रैली का खुमार अब उतारने की तैयारी है। इस खुमार केचलते बीते एक पखवाडे़ से कांग्रेस मैदान से नदारद है। इसे केंद्रीय नेतृत्व ने भी गंभीरता से लेते हुए नाराजगी जताई है।
सूत्र बताते हैं कि हाल में दिल्ली में प्रभारी महासचिव और सचिवों ने मप्र कांग्रेस को साफ ताकीद दी है कि किसी भी तात्कालिक प्रकरण पर एक्शन के लिए हाईकमान का मुंह नहीं ताका जाए।
दरअसल मुख्यमंत्री के गढ़ नसरल्लागंज में कांग्रेस ने बडे़ नेताओं की एकजुटता दिखाने के लिए रैली-सभा का आयोजन किया था। रैली का मकसद कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करने का था। ताकि भाजपा सरकार के खिलाफ ताब़डतो़ड मैदानी हमले शुरू हो सकें लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ, उल्टे प्रदेश कांग्रेस कमेटी से लेकर कई अन्य नेता आत्ममुग्धता की स्थिति में चले गए तथा कांग्रेस का मैदानी स्तर पर सरकार के खिलाफ ब़डा व योजनाबद्ध आंदोलन ही नहीं हुआ।
मप्र में सनसनीखेज पीएमटी घोटाला सामने आया, मंत्रियों का घूस कांड सुर्खियां बना। लेकिन प्रदेश कांग्रेस को नहीं सूझा कि वह कैसी प्रतिक्रिया करे। आलम यह रहा कि भोपाल जिला कांग्रेस ने मंत्री घूस मामले में सोमवार को प्रदर्शन किया तो पीसीसी की तंद्रा टूटी, और विस्तृत मैदानी कार्यक्रम का खाका बनना शुरू हुआ।
प्रदेशाध्यक्ष कांतिलाल भूरिया इन स्थितियों के बारे में पूछने पर इतना ही कह सके कि हमने सबसे पहले बयान जारी किया था। अब जल्द ही जिलों तक प्रदर्शन किया जाएगा। मंत्रियों के घूस कांड पर भी जोरदार आंदोलन होगा।
सूत्र बताते हैं कि हाल में दिल्ली में प्रभारी महासचिव और सचिवों ने मप्र कांग्रेस को साफ ताकीद दी है कि किसी भी तात्कालिक प्रकरण पर एक्शन के लिए हाईकमान का मुंह नहीं ताका जाए।
भिंड और बस पर बेबसी
कांग्रेस को भिंड में सभी दिग्गजों की मौजूदगी वाली एक बड़ी सभा करके पार्टी छोड़ने वाले विधायक चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी को माकूल जवाब देना है। इसके लिए महासचिव दिग्विजय सिंह मप्र के नेताओं को कह चुके हैं। प्रभारी महासचिव मोहनप्रकाश भी इस पर सहमत हैं, लेकिन तीन सप्ताह से इस पर होमवर्क नहीं हुआ है।
दूसरी ओर ज्योतिरादित्य सिंधिया दो महीने पहले एक बैठक में सुझाव दे चुके हैं कि कर्नाटक की तर्ज पर मप्र के सभी बडे़ नेता एक बस पर सवार होकर मप्र की यात्रा शुरू करें। लेकिन इस पर भी कोई पहल नहीं हो रही है। भूरिया-अजय सिंह की परिर्वतन यात्रा भी महीने भर से ठप है। दूसरी ओर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने सड़क मार्ग से रथयात्रा शुरू करके कांग्रेस खेमे में हलचल मचा दी है।
मंत्र और नारे भेजे जिला इकाइयों को
कांग्रेस ने 2 से 9 अगस्त तक सरकार के खिलाफ जनजागरण सप्ताह मनाएगी। दो अगस्त को जिला-ब्लॉक इकाइयों की संयुक्त बैठक होगी। तीन को भाजपा के भ्रष्टाचार जनता तक पहुंचाने मीडिया से लेकर पैम्फलेट, दीवार लेखन आदि होगा। चार व पांच को गांव-कस्बों, शहरों में नुक्कड़ नाटक, 6अगस्त को धिक्कार दिवस के जरिए धरना प्रदर्शन, 8 अगस्त को स्वाहा दिवस पर अग्निकुंड में आहूतियां होंगीं।
इसके लिए 'सर्व घोटाले, भ्रष्टाचार, भाजपा सरकार, लूट, बलात्कारी, माफिया स्वाहा' का मंत्र तैयार कर जिला इकाइयों को भेजा गया है। 9 अगस्त को 'भ्रष्ट भाजपा सत्ता छोड़ो' के उद्घोष के लिए कांग्रेसजन हर जगह इकट्ठा होंगे। सप्ताह भर के इस कार्यक्रम हेतु सभी इकाइयों को निर्देश भेजे गए हैं।