नाला, खेत, पेड़, जमीन सब गायब: ट्रांस्टॉय इंडिया लिमिटेड ने किया अवैध उत्खनन

रवि शर्मा (9752275633)@भोपाल। राजधानी सहित प्रदेश के कई स्थानों से लगातार मायनिंग चोरी के मामले प्रकाश में आ रहे है। प्रशासन के ढ़लमुल रवैये के चलते भूमाफिया लगातर सक्रिय होते जा रहे हैं और इनके इरादे भी बुलंद हो गए है। हर वर्ष भू-माफियाओं द्वारा अवैध उत्खनन कर प्रशासन को करोड़ों रूपए का चूना लगाया जाता है, लेकिन प्रशासन द्वारा इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती।

अवैध उत्खनन का एक ऐसा ही मामला राजधानी के गांधीनगर के पास ग्राम पंचायत कुराना के गांव शांतिनगर के खसरा नं.-265 की जमीन व ग्राम पंचायत अचारपुरा के गांव चांदपुर से लगा हुआ नाला खसरा नं. 148, 189 व 396 का है। इसके साथ ही और भी कई जगह हैं जहां पर अवैध उत्खनन किया गया है। यह उत्खनन जानी-मानी कंपनी मेसर्स ट्रांस्टॉय इंडिया लिमिटेड द्वारा किया गया है। कंपनी द्वारा इन खदानों से बिना रमन्ना व रॉयल्टी के हजारों डंफर कोपरा मिट्टी व रेत निकाली गई है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कंपनी द्वारा लीजडेट के पहले से ही खदानों से उत्खनन करना आरंभ कर दिया था, साथ ही कंपनी द्वारा लीज अनुमति से भी ज्यादा अवैध उत्खनन कर दिया है। जिससे यहां की खदानों व नाला एक दलदल बन गया हैं। वहीं अवैध उत्खनन की जानकारी देते हुए जिला शहर कांग्रेस कमेटी के जिला सचिव शिवप्रसाद अहिरवार ने बताया कि ग्राम शांतिनगर व चांदपुर में कंपनी द्वारा अवैध उत्खनन कर करोड़ों रूपए की मायनिंग चोरी की है। उक्त कंपनी द्वारा इन खदानों को 40 से 50 फिट गहरी खाई बना दिया गया हैं।

श्री अहिरवार का कहना है कि इस अवैध उत्खनन व जांच को लेकर मेरे द्वारा कई बार कलेक्टर, कमिश्नर व अनिज विभाग अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन जिला प्रशासन व खनिज विभाग के अधिकारियों द्वारा आज तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। इससे यह कहा जा सकता है कि यह अवैध उत्खनन जिला प्रशासन व खनिज विभाग की मिलीभगत से किया गया है।

अब तक आठ मासूमों की मौत

मेसर्स ट्रांसटाय इंडिया लिमिटेड द्वारा बनाईं गईं खदानों में गत वर्ष बरसात के मौसम में ग्राम अरबलिया परबलिया के पांच बच्चों की, ग्राम शांतिनगर के एक बच्चा व थाना परबलिया के दो बच्चों की मौत हो चुकी है। जिस पर जिला प्रशासन द्वारा इनके परिवार वालों को दस-दस हजार रूपए की सहायता राशि दी गई थी, इसके साथ ही अर्थिक सहायता देने व इन खदानों पर सुरक्षा व्यवस्था करने की बात की गई थी, लेकिन आज तक कोई भी सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई। इसके अलावा यहां पर कई पशुओं की भी मौत हो चुकी है। आगे भी हो सकती हैं बड़ी घटनाएं।

शिकायतों के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई

कंपनी द्वारा किए गए अवैध उत्खनन को लेकर स्थानीय लोगों द्वारा कई बार जिला प्रशासन, खनिज विभाग व संबंधित थाने में शिकायतें की गईं, लेकिन इन सब की आपसी जुगलबंदी के चलते आज दिनांक तक कोई कार्रवाई व जांच नहीं की गई।

शासकीय व पट्टे की भूमि पर हुआ उत्खनन

जिला प्रशासन व खनिज विभाग की मिलीभगत से कंपनी को कुछ तो शासकीय जमीन दी गई व साथ में पट्टे की जमीन पर भी उत्खनन कराया गया। जिससे कई परिवार भूमि हीन हो गए। ऐसा ही एक मामला राजधानी के ग्राम जाट निपानिया में सामने आया। जहां पर एक गरीब परिवार की पट्टे की जमीन पर कंपनी द्वारा उत्खनन कर उसे भूखों मरने पर मजबूर कर दिया है।

जिला प्रशासन व खनिज विभाग ने साधी चुप्पी

राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों में कंपनी द्वारा किए गए अवैध उत्खनन मामले में शिकायतों के बाद भी न तो जिला प्रशासन व खनिज विभाग द्वारा कोई कार्रवाई की गई न ही इस कंपनी की जांच कराई गई। जब इस संबंध में जिला प्रशासन व खनिज विभाग के अधिकारियों से दूरभाष पर चर्चा के लिए संपर्क किया गया तो अधिकारियों द्वारा फोन ही नहीं उठाया गया। जिससे यह कहा जा सकता है कि जिला प्रशासन व खनिज विभाग इस पर चुप्पी साधे हुए है।

जानकारी देने के नाम पर किया गुमराह

खनिज विभाग द्वारा मेसर्स ट्रांस्टाय कंपनी को उत्खनन के लिए दी गई लीजडीड, कहां व कितनी खदानों एवं लीज राशि के  बारे में जानकारी मांगी गई तो खनिज विभाग के अधिकारियों द्वारा आजकल-आजकल कर व एक दूसरे पर डालते हुए मामले को टाल दिया।

कटाव से हजारों वृक्ष धराशायी, खेत भी बहे

कंपनी द्वारा अचार पुरा के गांव चांदपुर के नाले में की गई अवैध खुदाई में हजारों की संख्या में हरे-भरे पेड़  गिर चुके हैं व हजारों गिरने की कगार पर हैं। साथ ही नाले के किनारे लगी किसानों की बहुत सी जमीन इस खुदाई में चली गई है। इसके अलावा इस नाले से लगा हुआ गांव भी है। जिससे यहां के ज्यादातर लोगों का यहां पर आना जाना लगा रहता है। नाले के चलते कोई भी बड़ी घटना हो सकती है।

इनका कहना है
शिकयतें तो बहुत सी आईं है। शिकायतों के आधार पर जांच चल रही है। जांच पूरी होने पर कार्रवाई की जाएगी। यदि और अधिक जान कारी लेना है तो बाद में मिलना
बीआर यदुवंशी
खनिज अधिकारी

ऐसा नहीं हो सकता, हमारी कंपनी द्वारा कोई अवैध उत्खनन नहीं किया गया। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए आप एसएस परिहार जी से बात कीजिए
जितेन्द्र सिंह
डीजीएम
मेसर्स ट्रांस्टाय इंडिया लिमिटेड

हमारा काम तो एक साल पहले ही खत्म हो चुका है। हमारे द्वारा कोई अवैध उत्खनन नहीं किया गया है। हमे जो जमीन शासन द्वारा दी गई व जो हमारी थी हमने वहीं पर खुदाई की है।
एसएस परिहार
प्रोजेक्ट हैड

मेरे द्वारा अवैध उत्खनन  की शिकायत जिला कलेक्टर , कमिश्नर व खनिज अधिकारी को इस मामले में जांच कर कर्रवाई करने के लिए कई बार की शिकायत की गई आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस पर कार्रवाई नहीं होने के कारण हमारे द्वारा 11व 12 को कलेक्ट्रेट पर धरना देकर कलेक्टर को आवेदन दिया जा रहा है
शिवप्रसाद अहिरवार
जिला कांग्रेस कमेटी आरोप पत्र समिति एवं जिला शहर सचिव

मुझे दिग्विजय सिंह के शासन काल में शासकीय जमीन को पट्टे के रूप में दी गई थी, जिसे कंपनी व सरपंच की मिली भगत से खोद दिया गया है। विरोध करने पर कंपनी द्वारा मुझे घर से उठाकर ले गए और जेसीवी से गढ्ढा खोद का मारने की कोशिश की गई। मेरी खडी फसल पर जेसीवी चलाकर खुदाई की गई।
मोहर सिंह अहिरवार
रहवासी जाट निपानिया
भोपाल समाचार से जुड़िए
कृपया गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें यहां क्लिक करें
टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें
व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए  यहां क्लिक करें
X-ट्विटर पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
फेसबुक पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
समाचार भेजें editorbhopalsamachar@gmail.com
जिलों में ब्यूरो/संवाददाता के लिए व्हाट्सएप करें 91652 24289

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!