भोपाल। सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन की स्थिति ठीक नहीं है। न तो बच्चों को साप्ताहिक चार्ट के अनुसार भोजन दिया जाता है और न ही गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाता है। शनिवार को कुछ स्कूलों में स्थिति जानने का प्रयास किया गया, तो सामने आया कि बच्चे किस तरह लाइन में लगकर दाल-रोटी के लिए लालायित रहते हैं।
ऐसे में उन्हें रोटी इतनी कड़क मिली कि आसानी से तोड़ना ही संभव नहीं था। वहीं, दाल ऐसी कि उसमें दाल के कुछ दाने और मसाले दिखाई दे रहे थे। हालत ये है कि कुछ बच्चों ने घर से टिफिन लाना शुरू कर दिया है, जब कारण पूछा गया तो उन्होंने बताया कि स्कूल में खाना अच्छा नहीं दिया जाता है। कड़क रोटियां खाने के कारण कभी-कभी पेट दर्द भी हो जाता है।
