भोपाल। मध्यप्रदेश में चलाई जा रही मुख्यमंत्री कन्यादान योजना सवालों के घेरे में है, यहां बैतूल के चिचोली विकास खंड में इस योजना के तहत सामूहिक विवाह में शामिल होने आई आदिवासी युवतियों के कौमार्य परीक्षण का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
दरअसल, कोई दोबारा शादी ना कर पाए इसके लिए प्रशासन ने यहां स्वास्थ्य विभाग की टीम को तैनात किया था। दोबारा शादी करने वालों की पहचान के लिए टीम ने गैरकानूनी तरीके से उनका परीक्षण किया और उसके बाद ही उनका रजिस्ट्रेशन किया गया। इस दौरान 12 महिलाएं ऐसी थीं, जो गर्भवती पाई गईं। इसके बाद उनका रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया और उनसे दहेज का सामान भी वापस ले लिया गया।
चौंकाने वाली बात यह है कि ये सब बीजेपी के एक पूर्व मंत्री विजय शाह की मौजूदगी में हुआ। फिलहाल इससे महिलाओं में खासी नाराजगी है और मामले को तूल पकड़ता देख कलेक्टर ने जांच के आदेश दे दिए हैं।