खंडवा। मध्यप्रदेश में लगातार हो रहीं जघन्यतम बलात्कार की वारदातों और शिवराज सरकार की बेशर्मी पर टिप्पणी करते हुए दिग्विजय सिंह ने शिवराज के साथ साथ सुषमा स्वराज पर भी हमला बोलते हुए कहा कि वो 'दोहरे चरित्र की महिला हैं'।
वे बुधवार को यहां पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज को दोहरे चरित्र की नेता बताते हुए कहा कि श्रीमती स्वराज दिल्ली में कुकर्म की घटनाओं पर बार-बार बयान देतीं हैं लेकिन प्रदेश में बढ़ती दुष्कर्म की घटनाओं पर न तो कोई बयान दिया और न ही उन्होने संवेदना व्यक्त की। श्रीमती स्वराज ने इन घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का इस्तीफा क्यों नहीं मांगा? यह उनके दोहरे चरित्र को बयां करता है।
गंभीर नहीं हैं सुषमा
सिंह ने संसद की कार्रवाई प्रभावित होने का ठीकरा भी सुषमा स्वराज के सिर फोड़ा। सिंह ने कहा कि जबसे सुषमा स्वराज लोकसभा में विपक्ष की नेता बनी हैं तबसे संसद की कार्रवाई में सबसे ज्यादा व्यवधान आ रहे हैं। वे संसद की कार्रवाई को लेकर बिलकुल भी गंभीर नहीं हैं।
सरबजीत के लिए संवेदनशील
सिंह ने कहा कि सरबजीत को लेकर केंद्र सरकार संवेदनशील है। सरकार का प्रयास है कि सरबजीत को भारत लाया जाए। उसके साथ पाकिस्तान में हुई घटना की जितनी निंदा की जाए कम है।
टाल गए प्रश्न
सिंह से जब प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी का प्रश्न पूछा तो वे बिना उत्तर दिए ही चल दिए। इसके साथ ही सीबीआई पर सरकार के दबाव और टिकट वितरण के सवालों को भी टाल गए।
गौरतलब है कि सिंह, कांग्रेस नेता अवधेश सिसौदिया की माता के निधन पर शोक व्यक्त करने दोपहर इंदौर से खंडवा पहुंचे। सिसौदिया के निवास पर 30 मिनट रकने के बाद सिंह गोवा एक्सप्रेस से भोपाल रवाना हो गए। सिंह के साथ उनके भाई लक्ष्मणसिंह भी थे।