ये रहा वो बयान जिसके कारण भूरिया पर भड़क उठे थे नरेन्द्र तोमर

भोपाल। बुधवार को कांतिलाल भूरिया ने एक प्रेस रिलीज जारी किया, इससे पूर्व कि वो प्रकाशित हो पाता, आनन फानन में तोमर का एक बयान चला आया और उसमें उन्होंने भूरिया को खूब खरीखोटी सुनाईं। यहां हम कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया द्वारा जारी वो बयान शब्दश: प्रकाशित कर रहे हैं जो विवाद का कारण बना:

आप भी पढ़िए क्या कुछ लिखा है इस प्रेसरिलीज में:-

सरकार तत्काल जांच करे कि तीन मासूमों की जान लेने वाली जेसीबी कहीं साधनासिंह की तो नहीं है ?: भूरिया


भोपाल 15 मई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने मुख्यमंत्री के बुदनी विधान सभा क्षेत्र के नसरूल्लागंज ब्लाक से तीन किलोमीटर रामनगर गांव में पिछले सोमवार की रात में खेत में अपनी दादी के साथ सोये तीन मासूम बच्चों को जेसीबी द्वारा रौंद दिये जाने की घटना पर गहरा दुःख प्रगट करते हुए कहा है कि नसरूल्लागंज क्षेत्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के परिजनों के अलावा न तो किसी अन्य व्यक्ति की जेसीबी मशीनों की आवाजाही रहती है और न ही डम्पर-ट्रकों की।

मुख्यमंत्री की पत्नी श्रीमती साधनासिंह की गाडि़यां ही वहां बेखौफ रात-दिन अवैध खनन में लगी रहती हैं। ऐसी दशा में मध्य रात्रि में किसी अन्य की जेसीबी के अंधी रफ्तार से खेत में घुसकर तीन बच्चों की जान लेने की कोई संभावना दिखाई नहीं देती। ऐसी दशा में प्रश्न उठता है कि तीन बच्चों की हत्यारी यह जेसीबी तेज रफ्तार से मध्य रात्रि मे आखिर कहां से आ रही थी और कहां जा रही थी ? चौपहिया वाहन का रास्ता छोड़कर वह जेसीबी आखिर खेत में क्यों घुसी ? यह जेसीबी कहीं साधनासिंह की तो नहीं है ?

जेसीबी के मालिक की पहचान छिपाने और फरार ड्रायवर की गिरफ्तारी न होने आदि कुछ ऐसी बातें हैं जो इस दुर्घटना के लिए किसी बड़ी हस्ती के दोषी होने की ओर संकेत करती हैं।

श्री भूरिया ने कहा है कि जेसीबी सहित ड्रायवर फरार बताया गया है। खेत पर मूंग की फसल में सिंचाई कर रहे केशर सिंह और भंगीसिंह बारेला ने काफी दूर तक अंधेरे में उसका पीछा भी किया था, किंतु ड्रायवर तेज रफ्तार से जेसीबी लेकर गायब हो गया। लोगों का कहना है कि चोरी-छिपे अवैध उत्खनन में लगी जेसीबी, डम्फर आदि गाडियों के ड्रायवर जब अनायास पकड़ा-धकड़ी की स्थिति देखते हैं, तो इसी तरह अंधी रफ्तार से दौड़ते हैं और पकड़ से बचने के लिए कभी-कभी कच्चे-पक्के मार्ग को छोड़कर कहीं भी घुस जाते हैं।

हत्यारी जेसीबी भी सोमवार की मध्यरात्रि में शायद ऐसी ही अप्रत्याशित स्थिति से गुजर रही होगी और ड्रायवर ने भयभीत होकर जेसीबी को ऐसी बेतहाशा दौड़ाई कि वह रास्ता छोड़कर खेत में घुस गई। जेसीबी की बरामदगी और ड्रायवर की गिरफ्तारी से हकीकत आसानी से सामने आ सकती है।

आपने जेसीबी को अविलंब बरामद करने, फरार वाहन चालक की गिरफ्तारी, जेसीबी मालिक और ड्रायवर पर गैर इरादतन हत्या का प्रकरण दर्ज करने तथा मृतक बच्चों के परिवार को 2-2 लाख रूपये का मुआवजा देने की मांग की है। इसके अलावा आपने मांग की है कि इन बातों की जांच भी की जाए कि सोमवार 13 मार्च 2013 को नसरूल्लागंज क्षेत्र में कहां-कहां, किसकी, किस नं. की जेसीबी मशीनें उत्खनन के काम में लगी थीं ? क्या जेसीबी से जो उत्खननन किया जा रहा था वह वैध उत्खनन था ?

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र तोमर वो बयान जो इस प्रेसरिलीज के खंडनस्वरूप प्रेषित किया गया, पढ़ने के लिए यहां क्लिक कीजिए

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