नागदा। नागदा में सुनंदा खैरवार 28 मई को एक दिन की नगर पालिका अध्यक्ष बनेगी। इतना ही नहीं सुनंदा 40 लाख रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण भी करेंगी। शिलालेख पर एक दिन की नपाध्यक्ष के रूप में उसका नाम भी अंकित होगा। सुनंदा ने 12वीं गणित संकाय में 91.8 प्रतिशत अंक प्राप्त कर नागदा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
सुनंदा प्रतीकात्मक रूप से नपाध्यक्ष होंगी। वे नपाध्यक्ष की तरह सभी कार्य करेंगी। मगर उन्हें चेक अथवा किसी शासकीय दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने के अधिकार नहीं होंगे। नपाध्यक्ष शोभा यादव 28 मई को एक समारोह अपने अधिकार सुनंदा को सौंपेंगी। इससे पहले उसे जुलूस के रूप में नपा कार्यालय लाया जाएगा। इसके लिए शहर में आमंत्रण बांटे जा रहे हैं।
सुनंदा के पिता नागेंद्र खैरवार ग्रेसिम उद्योग में श्रमिक हैं। सुनंदा ग्रेसिम हायर सेकंडरी स्कूल की छात्रा है। उसकी मां चंद्रशीला आंगनबाड़ी सहायिका हैं। चार भाई-बहनों में सुनंदा सबसे छोटी है।
शिक्षा के स्तर में सुधार की दृष्टि से निर्णय लिया है। इससे अन्य विद्यार्थियों को भी प्रेरणा मिलेगी। एक दिन की नपाध्यक्ष जो भी निर्णय लेगी, उसे मेरे द्वारा अमल में लाने का पूरा प्रयास किया जाएगा।
-शोभागोपाल यादव, अध्यक्ष, नपा, नागदा
इंजीनियर बनने का सपना
सुनंदा ने चर्चा में अपनी उपलब्धि का श्रेय माता-पिता व शिक्षकों को दिया। सुनंदा का लक्ष्य इंजीनियर बनना है।
यह थी घोषणा
नपा अध्यक्ष ने घोषणा कि थी कि शहर में 12वीं में टॉप करने वाले बच्चे को एक दिन का नगरपालिकाध्यक्ष बनाया जाएगा। जिस पर 28 मई को अमल होगा।
नपा अधिनियम 1961 की धारा 124 (ग) में प्रावधान
नपा अध्यक्ष शोभा यादव ने मध्यप्रदेश नपा अधिनियम 1961 की धारा 124 (ग) का सहारा लिया। जिसमें शैक्षणिक उद्देश्यों को प्रोत्साहित करने के लिए इस तरह का प्रावधान है।