भोपाल। आन लाइन रेलवे टिकट बुकिंग करवाना अब बेहद आसान बेहद तेज गति से होगा। आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर टिकट बुकिंग को आसान बनाने के लिए रेलवे ने एक अभिनव प्रयोग शुरू किया है।
अब यह वेबसाइट दो सर्वरों से जोड़ी जा रही है। नतीजे में यात्रियों की ट्रेन संबंधी जानकारी के लिए प्रयोग के समय वेबसाइट एक सर्वर से जुड़ी होगी, लेकिन जैसे ही यात्री टिकट बुकिंग की प्रक्रिया शुरू करेंगे, वैसे ही वह लोड दूसरे सर्वर पर शिफ्ट हो जाएगा। इससे वेबसाइट की क्षमता दोगुनी से भी ज्यादा हो जाएगी।
गौरतलब होगा कि, आनलाइन टिकट बुक कराने से पहले ज्यादातर यात्री आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर जाकर पहले गंतव्य स्थान पर जाने वाले विभिन्न ट्रेनों का नाम, उनके रवाना होने तथा गंतव्य पर पहुंचने का समय, किराया तथा विभिन्न श्रेणी में टिकटों की उपलब्धता आदि देखते हैं।
इसके बाद ही यात्री यह तय करते हैं कि, उन्हें किस टेन से जाना ज्यादा मुफीद रहेगा। रेलवे सूत्रों के अनुसार इस आनलाइन इंक्वारी में ही यात्री सर्वाधिक समय लेते हैं। इसके नतीजे में रेलवे की वेबसाइट ज्यादा व्यस्त रहती है, जबकि टिकट बुक करने में इंक्वायरी की अपेक्षा आधे से भी कम समय लगता है।
पीकआवर में ड्रॉप आउट की समस्या
अभी एक ही सर्वर पर इंक्वायरी और टिकट बुकिंग संबंधी दोनों गतिविधियों के दौरान लोड पड़ता है। पीक आवर में एक साथ बड़ी संख्या में लोगों के वेबसाइट सर्फ करने के कारण अक्सर टिकट बुकिंग की प्रक्रिया के दौरान लाइन के डिसकनेक्ट होने या ड्रॉपआउट की समस्या खड़ी हो जाती है। ऐसे में कई बार रेलवे के यात्रियों के टिकट बुक होने तक नो सीट की सूचना मिलने लगती है। बर्थ की सही जानकारी पाने के लिए मुसाफिरों को काफी इंतजार करना पड़ता है।
प्रतिदिन 15,00,000 यात्री करते हैं बुकिंग
भारतीय रेलवे में प्रतिदिन लगभग 15 लाख यात्री टिकट बुक कराते हैं। इनमें से ही 4.3 लाख टिकट आनलाइन आईआरसीटीसी की वेबसाइट के माध्यम से बुक होते हैं। आनॅलाइन टिकट बुकिंग के प्रति बढ़ते रुझान को देखते हुए ही कुछ समय पहले ही वेबसाइट की क्षमता 3.5 लाख टिकट प्रतिदिन से बढ़ाकर 5 लाख टिकट की गई है।