भोपाल(उपदेश अवस्थी)। भोपालसमाचार.कॉम की खबर एक बार फिर साबित हो गई। तबादले के तत्काल बाद 11 मार्च को भोपाल समाचार ने छापा था कि 'अब MP में रहना नहीं चाहतीं अनुराधा शंकर' आज यह खबर पूरी तरह से साबित हो गई। अनुराधा शंकर सिंह की केन्द्र में प्रतिनियुक्ति की कार्रवाई उजागर हो गई है।
मध्यप्रदेश के सबसे लोकप्रिय हिन्दी अखबार दैनिक भास्कर ने बताया है कि पीएचक्यू में पदस्थ आईजी प्रशासन अनुराधा शंकर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की तैयारी में है। वहीं एडीजी अरविंद कुमार को इंडियन-तिब्बत बार्डर पुलिस (आईटीबीपी) में पदस्थ किए जाने का प्रस्ताव राज्य शासन को मिल चुका है।
गौरतलब है कि अनुराधा शंकर का हाल ही में इंदौर से पीएचक्यू में तबादला कर दिया गया था। जबकि अरविंद कुमार पिछले माह पदोन्नत होकर एडीजी बने हैं।
सूत्रों ने बताया कि केंद्र सरकार ने राज्य शासन को पत्र भेजकर 1990 बैच की आईपीएस अफसर अनुराधा शंकर को प्रतिनियुक्ति पर भेजे जाने की राय मांगी थी।
इस संबंध में गृह विभाग ने अनुराधा शंकर की सहमति लेने के बाद प्रस्ताव समन्वय के लिए मुख्यमंत्री सचिवालय भेज दिया है। इसी तरह 1988 बैच के आईपीएस अफसर अरविंद कुमार ने आईटीबीपी में जाने के लिए आवेदन किया था। उनका मामला भी मुख्यमंत्री सचिवालय पहुंच गया है।
सूत्रों के मुताबिक वीके पवार, एमआर कृष्णा, मैथलीशरण गुप्त, डॉ रंजीव गर्ग और संजय झा भी प्रतिनियुक्ति पर जाने की तैयारी में है।
बढ़ सकता है मित्रा का कार्यकाल : 1983 बैच की आईपीएस अफसर रीना मित्रा प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली में पदस्थ हुए एक साल 31 मार्च को पूरा हो चुका है।
बताया जा रहा है कि वे फिलहाल मप्र में वापस आना नहीं चाहती हैं। ऐसे में उनका कार्यकाल बढ़ सकता है। वर्तमान में महान भारत सागर, डीसी सागर, आलोक पटेरिया, मिलिंद कान्टिकर, बलबीर सिंह, पीएस फलनीकर और आशुतोष राय ऐसे वरिष्ठ अफसर हैं, जो प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली में पदस्थ हैं और लौटना नहीं चाहते हैं।
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