वनविभाग के भ्रष्ट अफसरों को सुषमा स्वराज और सरताज सिंह का संरक्षण

भोपाल। वनविभाग में चल रहा जबर्दस्त भ्रष्टाचार अब किसी से छिपा नहीं रहा। हालात यह है कि इन दिनों विभाग ईमानदार और बेईमान अफसरों के संघर्ष का केन्द्र बना हुआ है। अब खुलासा यह भी हुआ है कि इन विवादित भ्रष्ट अफसरों को सुषमा स्वराज एवं सरताज सिंह का संरक्षण मिला हुआ है और नेतागण विवादित अधिकारियों को मलाईदार पोस्टिंग की सिफारिश कर रहे है।

हाल ही में नई पोस्टिंग के लिए विभाग ने जो प्रस्ताव शासन को भेजा है, उनमें कई ऐसे अधिकारी हैं, जो लगातार आर्थिक अनियमितताओं को लेकर विवादों में रहे हैं। आश्चर्यजनक तो यह है कि इन विवादित अफसरों की नई पोस्टिंग की सिफारिश करने वालों में सुषमा स्वराज एवं सरताज सिंह जैसे नाम शामिल हैं।

सुषमा स्वराज कोटे से रिश्वतखोरी के आरोपी को मलाईदार पोस्टिंग की अनुशंसा

सूत्रों के मुताबिक भाजपा की केंद्रीय नेता सुषमा स्वराज के खास माने जाने वाले एएस अहलावत को संयुक्त वन संरक्षक शाखा का प्रभार स्वतंत्र रुप से दिए जाने की अनुशंसा की गई है। हाल ही में अहलावत पर बड़वानी डीएफओ ने ग्रीन इंडिया मिशन के तहत आये फंड में कमीशन मांगने का आरोप लगाया है। इसके पहले भी अहलावत पर कमीशन मांगने के आरोप लग चुके है।

मछली माफिया के चैनल पार्टनर के लिए सरताज सिंह की सिफारिश

बांधवगढ़ संचालक एलके चौधरी को एपीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ पर पदस्थ करने के लिए सिफारिश की है। चौधरी ने अपनी पोस्टिंग के लिए वनमंत्री सरताज सिंह से नोटशीट लिखवायी है। वे हमेशा विवादों से घिरे रहे है। जब एलके चौधरी पन्ना नेशनल पार्क में संचालक थे, तब तत्कालीन सीएफ मोहन मीणा ने चौधरी पर शिकारियों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया था। उन्होंने अहलावत की शिकारियों से फोन पर 80 बार बात होने की कॉल डिटेल विभाग को दी थी। पेंच नेशनल पार्क में डिप्टी डायरेक्टर पद पर भी चौधरी पर मछली माफिया के साथ मिले होने का आरोप लगा था। आरोप तत्कालीन संचालक आरजी सोनी ने लगाया था।

सोनी ने चौधरी की सीआर में विपरीत टिप्पणी लिखी थी। अभी फिलहाल एपीसीसीएफ पद पर धर्मेन्द्र शुक्ला हैं। इस पद पर चौधरी को लाने के लिए शुक्ला को हटा कर आईटी शाखा में भेजने की तैयारी की जा रही है।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!