भोपाल। नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने कहा है कि झूठी विकास दर के हीरो और जमीन हकीकत के जीरो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की विकास दर की पोल दमोह और टीकमगढ़ के उन 27 गांवों के एक लाख से अधिक ग्रामीण खोल दी है जिन्होंने बुनियादी समस्याओं के समाधान न होने पर मौन धारण आंदोलन शुरू कर भाजपा सरकार के खिलाफ विद्रोह कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में व्याप्त जन असंतोष अब इस सरकार के लिए उल्टी गिनती की शुरूआत का प्रतीक है।
श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश की जनता को गुमराह कर उनकी सुनवाई के नाम पर डींगे हांकने वाले मुख्यमंत्री की कलई बुंदेलखंड के दमोह और टीकमगढ़ जिले के ग्रामीण, रहवासियों ने खोल दी है। वे राषन, जमीन के पट्टे, मनरेगा में मजदूरी और छूआछूत सहित 13 समस्याओं के लिए पिछले दस वर्षों में आवेदन देते-देते थक गए और अंततः अपना मुंह बंद कर उन्होंने मौन सत्याग्रह शुरू किया है।
नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने कहा कि सुनवाई के सारे द्वार बंद होने पर यह मौन सत्याग्रह भाजपा सरकार के चेहरे पर एक करारा तमाचा है। बुंदेलखंड विकास के लिए करोड़ों रूपये केन्द्र ने मध्यप्रदेश को दिये लेकिन काफी सारा पैसा यह सरकार खर्च कर नहीं पाई और जो खर्च किया वह भ्रष्टाचार की बलि चढ़ गया। उन्होंने कहा कि विकास के प्रति इतनी उदासीनता सरकार आखिर किस विकास दर में नंबर वन है यह जांच का विषय है।
श्री सिंह ने कहा कि ग्रामीणों की अपनी बुनियादी समस्याओं के समाधान के लिए किए जा रहे इस सशक्त आंदोलन ने सरकार की विकास दर की तो पोल खोली ही है वहीं जनता की त्वरित सुनवाई के नाम पर लोकसेवा गारंटी योजना, जन-सुनवाई, समाधान आन लाइन, परख आदि की हकीकत बता दी है कि ये सारी योजनाएं फेल है और षिवराज सरकार झूठी विकास दर के हीरो और जमीन पर जीरो है।