भोपाल। उपदेश अवस्थी। मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार इतना काम नहीं करती, जितना काम का प्रचार करती है। शिवराज सिंह को देश का सबसे धांसू ब्रांड बनाने के लिए काम कर रही टीम इस बार फिर कांग्रेस से जीत गई। 84 हजार अतिरिक्त इंदिरा आवास का क्रेडिट सीएम के नाम चला गया।
सुबह सवेरे अखबार पढ़कर शाम को प्रेसनोटी प्रतिक्रियाएं जारी करने वाली मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी एक बार फिर कल सुबह हाथ मलते नजर आएंगे और शाम होते होते जारी करेंगे एक प्रेस रिलीज, जो कहीं कहीं छपेगा, ज्यादातर नहीं छपेगा।
मामला मध्यप्रदेश को मिले 84 हजार अतिरिक्त इंदिरा आवास कुटीरों का है जो केन्द्र की कांग्रेस सरकार ने उपलब्ध कराए हैं। इंदिरा आवास योजना में मध्यप्रदेश को 84 हजार 358 अतिरिक्त इंदिरा आवास का आवंटन केन्द्र ने किया है। इन आवास के लिये 290 करोड़ 58 लाख की मंजूरी प्रदान करने के साथ ही केन्द्रीय अंश-दान की 50 प्रतिशत राशि के रूप में 145 करोड़ 29 लाख रुपये की राशि पहली किस्त में जारी की गई है।
इस किश्त के जारी होते ही टीम शिवराज ने तत्काल क्रेडिट समेटा और इसकी घोषणा कर डाली। कांग्रेसी नेताओं को अब तक शायद पता ही नहीं कि उनकी केन्द्र सरकार ने मध्यप्रदेश को एक गिफ्ट दे दिया है। कल सुबह जब अखबार आएंगे तब पता चलेगा और फिर शाम की कॉफी पीते पीते छातियां पीटेंगे कि यह तो हमारी योजना है। शिवराज सरकार यूं ही क्रेडिट समेट रही है।
यह इस मामले में नहीं, अपितु पिछले चार सालों में हर मामले में हो रहा है। कांग्रेसी सोते रह जाते हैं और टीम शिवराज एक्टिव होकर क्रेडिट ले जाती है। कहना जरूरी नहीं कि कांग्रेस की लापरवाहियां हद से पार हो चुकीं हैं और उनका आलस उन्हें तीसरी बार परास्त करने जा रहा है।
