भोपाल। लोकायुक्त ने अपेक्स बेंक द्वारा आईएएस अफसर रमेश थेटे की पत्नी मंदा थेटे का कर्ज माफ किए जाने के मामले में राज्य सरकार से अभियोजन की मंजूरी मांगी है। प्रकरण में अपेक्स बेंक चेयरमेन भंवरसिंह शेखावत, आईएएस अफसर रमेश थेटे एवं बेंक के तत्कालीन एमडी सहित कुल आठ लोग घेरे में हैं।
गौरतलब है कि आईएएस अधिकारी रमेश थेटे की पत्नी मंदा थेटे ने अपेक्स बेंक से लाखों रूपए का कर्ज लिया था, जिसे उनके द्वारा नहीं चुकाए जाने पर बेंक ने कर्ज माफ कर दिया था। कर्ज माफ किए जाने पर लोकायुक्त में शिकायत की गई थी, जिसकी जांच के बाद अब लोकायुक्त ने मामले में अभियोजन की मंजूरी राज्य सरकार से मांगी है।