सुषमा स्वराज को लेकर अपनी विधानसभा पहुंचे सीएम, रायसेन का भी किया दौरा

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री आज सुषमा स्वराज को लेकर अपनी विधानसभा बुधनी पहुंचे और किसानों से मिले। इसके बाद वो रायसेन भी गए और किसानों से मुलाकात कर मोटे मुआवजे का आश्वासन दिया। सनद रहे कि पिछले दिनों रायसेन की ही एक सभा में सुषमा स्वराज ने अपना दर्द बयां किया था। माना जा रहा है कि यह दौरा उसी दर्द पर मरहम के लिए आयोजित किया गया।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष श्रीमती सुषमा स्वराज सीहोर जिले की बुधनी तहसील के गाँव खांडाबड पहुँचे और ओला प्रभावित फसलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मध्यप्रदेश वेयर हाउसिंग कापोरेशन के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह राजपूत, मार्कफेड के अध्यक्ष श्री रमाकांत भार्गव, वन विकास निगम के अध्यक्ष श्री गुरू प्रसाद शर्मा एवं स्थानीय जन-प्रतिनिधि साथ थे।


अब दस हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से राहत राशि मिलेगी


मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस वर्ष से प्राकृतिक आपदा से फसलों की क्षति होने पर 8,500 रुपये के स्थान पर 10,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से राहत राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार आपके साथ है। उन्होंने कहा कि ओला प्रभावित कृषकों से ऋण वसूली स्थगित रखी जाएगी तथा अल्पकालीन ऋण को मध्यकालीन ऋण में बदला जाएगा तथा ब्याज का भुगतान सरकार करेगी। साथ ही बिजली के बिल की वसूली भी स्थगित रखी जाएगी। आधा बिल सरकार भरेगी तथा सरचार्ज माफ कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्राम के तालाब का गहरीकरण एवं नहरों का सीसी करण किया जाएगा। उन्होंने कलेक्टर से कहा कि पीड़ित कृषकों को फसल बीमा योजना का लाभ दिलाना सुनिश्चित करें तथा ग्रीष्मकालीन फसलों की संभावना तलाशे।

सांसद श्रीमती सुषमा स्वराज ने प्रभावित किसानों के प्रति सहानुभूति प्रगट करते हुए कहा कि सरकार हरसंभव सहायता उपलब्ध करवाएगी।


मुख्यमंत्री द्वारा रायसेन जिले में ओला प्रभावित क्षेत्रों का दौरा


मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज ही रायसेन जिले की गौहरगंज तहसील के ओला प्रभावित ग्राम मंजुसखुर्दर् का दौरा किया। उल्लेखनीय है कि गत 14 तारीख को हुई ओला वृष्टि में बाड़ी एवं गौहरगंज तहसील के 26 गाँव की लगभग 3,500 हेक्टेयर में लगी फसल नष्ट हुई है।

श्री चौहान ने मंजुसखुर्द गाँव के खेतों में फसल के निरीक्षण के दौरान स्थानीय किसानों से चर्चा की और कहा कि वे उनकी चिन्ता से भलीभाँति वाकिफ हैं और राहत उपलब्ध करवाने में कहीं कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने किसानों से कहा कि वे अपने को कभी अकेला न समझें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसानों के बिजली बिलो का सरचार्ज माफ किया जाएगा। साथ ही बिल का जो मूलधन बचेगा उसमें से आधा सरकार तथा आधा किसान से किश्तों में लिया जायेगा। उन्होंने किसानों द्वारा लिए गए ऋण की वसूली भी स्थगित करने की घोषणा की। श्री चौहान ने बताया कि मई के अंत तक सभी गाँव में घरेलू उपयोग के लिए बिजली मुहैया हो जाएगी। उन्होंने बगासपुर से मंजुसखुर्द तक सड़क के निर्माण की भी घोषणा की।


हम दुख बाँटने आए हैं


नेता प्रतिपक्ष एवं सांसद श्रीमती सुषमा स्वराज ने कहा कि हम आपका दुख बाँटने आए हैं। प्रदेश सरकार प्रभावितों के साथ हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री किसानों की परेशानी को भलीभाँति समझते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों के हित में कई पूर्व प्रचलित नियमों एवं मापदण्डों को बदला है। श्रीमती स्वराज ने मंजुसखुर्द के अलावा ग्राम भरतीपुर का भी दौरा किया और वहाँ किसानों एवं ग्रामवासियों से चर्चा की।

इस अवसर पर विधायक श्री सुरेन्द्र पटवा, एमपी एग्रो के चेयरमेन श्री रामकिशन चौहान तथा जिला पंचायत अध्यक्ष श्री भँवरलाल पटेल भी उपस्थित थे।
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