बिजुरी। यह अवैध उत्खनन किसी जंगल या गांव में नहीं बल्कि सरेआम शहर में हो रहा है। अनूपपुर जिले के नगरपालिका बिजूरी क्षेत्र में 15 एकड़ में अवैध उत्खनन किया जा रहा है। प्रशासन के पास शिकायत भी है परंतु कार्रवाई के नाम पर सब मौन हैं।
नगर पालिका बिजुरी में वार्ड नम्बर 7 के कपिलधारा कालोनी से लगा अर्जुनघाट में अवैध उत्खनन का खेल उत्खनन माफिय द्धारा सरे राह खेला जा रहा है ,और प्रशासन मौन होकर तमाश देख रहा है। दलदल निवासी प्रकाश रजक वर्षो से संचालित खदान पर रोक लगाने की मांग कोतमा तहसीलदार व एसडीएम के समक्ष रखी है ,लेकिन प्रशासन जांच का झुनझुना देकर प्रकाश रज्जक को चलता कर दिया है और उत्खनन हुये गिटटी का परिवहन ट्रेक्टर व ट्रक से क्रेसरों तक धडल्ले से पहुंच रहा है।
आम आदमी बडी हैरत में है कि ये वर्ष चुनावी साल है और हर छोटे-बडे नेता अवैध धन्धों ,कारोबार के प्रति मुखर होकर अपने कार्यकार्ताओं को रिर्चाज करता है लेकिन कोतमा विधानसभा के नेतागण जन आशीर्वाद यात्रा से लेकर कई शासकीय मंचीय कार्यक्रम में शिरकत कर जनता पर लच्छेदार,लिजतदार शाब्दीक जमा खर्च को भरपूर लुटाते है परन्तु जब सच के सामने जाने की बारी आती है तो मुह भी उसी अंदाज में छुपाते है।
जी हां इस अवैध उत्खनन के पूरे कारोबार को देखे तो बिजुरी कालरी से कपिलधारा कालोनी मार्ग से होते हुये यदि आप राजनगर या मनेन्द्रगढ जाये तो रोड से ही लगभग 15 एकड की भूमि पर अवैध उत्खनन का कार्य संचालित होते हर आम आदमी के आखों से दिख जायेगा। जहां जोर जोर से बारूद के धामाके होते है आसपास के दलदल, भालूगडार, कपिलधारा कालोनी निवासी इस धमाके को सुनते है परन्तू प्रशासनिक तन्त्र एवं राजनैतिक के जिन कंघों पर सामाजिक जिम्मेदारी है वह इन हालातों से आखिर क्यों भाग रहा है यह एक बडा सवाल है ............. ?
प्राप्त जानकारी के मुताबिक दलदल निवासी प्रकाश् रज्जक ने कोतमा तहसीलदार रामबाबम देवांगन व एसडीएम कमलेश पुरी के समक्ष 14 फरवरी 2013 को मो. अली बिजुरी निवासी पर अरोप लगाता है कि अर्जुनघाट में अवैध उत्खनन कर अपने निजी टेक्टर से परिवहन कर गांव गांव में बेचता है । यह कार्य लगभग 6 माह से कर रहा है । रज्जक अपने आवेदन में उल्लेख करता है कि वह श्रमिक लगाकर डिटोनेटर से विस्फोट कराकर छोटे छोटे गिटटी बना कर लगातार परिवहन कर रहा है ।प्रकाश रज्जक ने बताये कि आवेदन देने के बाद आरोपी बेधडक परिवहन किये जा रहा है और मै साहब को बताता भी हूँ। लगातार प्रषासन का चक्कर लगा रहे है लेकिन इन्हे जांच का आश्वासन लेकर ही संतोष करना पड रहा है ।
सुत्रो के मुताबिक समय रहते यदि कार्यवाही कर दी गयी होती तो लगभग 50से 60 ट्रक गिटटी प्रशासन के कब्जे में होता और एक बडा राजस्व शासन को प्राप्त होता लेकिन कार्यवाही में हो रहे हीलाहवाली उत्खनन माफि यों को बल देने का संकेत देरहे है ।
इनका कहना है
शिकायत प्राप्त हुई है माईनिंग विभाग के साथ टीम बनाकर सयुक्त रूप से कार्यवाही की जायेगी।
कोतमा एसडीएम कमलेश पुरी