पचोर। भोजपुर में पुलिस कर्मी के द्वारा छेड़छाड़ ,खुजनर थाना लिम्बोदा गाँव में छेड़छाड़ के बाद महिला द्वारा आत्मदाह, और गिदोरी में दस वर्षीया के साथ बलात्कार के मामले के बाद पचोर थानेदार की लापरवाही से एक और दामिनी हवस का शिकार हो गयी ।
मामला है पचोर थानान्तर्गत ग्राम सेमली धाकड़ का जहाँ से 1 जनवरी को 14 वर्षीय नाबालिग लड़की को दिनेशनाथ नामक शादीशुदा युवक बहला फुसला कर ले गया था और रेप करता रहा।
परिजनों ने पुलिस को इसकी सूचना भी दी लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। बाद में कलेक्टर एमबी ओझा और डीआईजी आशा माथुर को अवगत कराया गया जिसके बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की।
होसले से पकडाया आरोपी
पीडिता ने बताया की उसको बहला फुसलाकर ले जाने के बाद युवक उसे पैदल खुजनेर ले गया , खुजनेर ले जाते वक्त रास्ते में पीडिता से डरा धमका कर दुष्कर्म किया बाद में उसे बहला फुसलाकर राजगढ़ ले गया लेकिन इस बीच पीडिता ने अपनी चालाकी से युवक के मोबाइल से उसके मामा को फोन कर दिया था । मामा को सुचना मिलते ही उन्होंने राजगढ़ बस स्टेंड पर धर दबोचा और पुलिस के हवाले किया ।
पुलिस चाहती तो बच सकती थी
इस मामले में पुलिस ने अपनी आदत के अनुरूप पीडि़त परिवार की मदद नहीं की अन्यथा समय रहते जिस समय बीट प्रभारी को सुचना दी गयी थी उसी समय मामले को गंभीरता से ले लिया होता तो एक और दामिनी हवस का शिकार होने से बच सकती थी । लेकिन पचोर पुलिस ने बचाना तो दूर पीडि़त परिवार के गिडगिडाने के बाद भी रिपोर्ट दो दिन तक नहीं लिखी गयी ।
क्या कहना है इनका
मामला गुम इंसान का कायम किया था अब इसमें 376 के साथ एस सी एस टी एक लगाया गया है अभी मेडिकल के बाद और भी धाराएं बढ़ाई जा सकती है
जयराज कुबेर एसडीओपी