खंडवा, 21 दिसंबर 2025: हत्या के प्रयास जैसे गंभीर मामले में फरार चल रहा कांग्रेस पार्टी का एक नेता स्वयं को गरीबों का हमदर्द और जनता का नायक बताते हुए G-RAM-G अध्यादेश के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहा था। तभी अचानक पुलिस आई और सबके सामने उसको गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले नेताजी अपनी अग्रिम जमानत के लिए हाई कोर्ट तक प्रयास कर चुके थे। पुलिस ने उन्हें सरेंडर करने के लिए भी कहा था लेकिन मानने को तैयार नहीं थे।
कांग्रेस के प्रदर्शन से ज्यादा नेताजी की गिरफ्तारी चर्चा में
कांग्रेस पार्टी ने जनता का ध्यान आकर्षित करने के लिए विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया था लेकिन विरोध प्रदर्शन के दौरान अचानक पुलिस आ गई। ऐसे कार्यक्रम में पुलिस का जाना कोई नई बात नहीं है लेकिन पुलिस की यह टीम कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री के बेटे यशवंत सिलावट की तरफ आगे बड़ी और सबके सामने उनको हिरासत में लेकर इनोवा गाड़ी में बैठा लिया। इस घटना ने कांग्रेस के पूरे प्रदर्शन का कचरा कर दिया। पब्लिक तो दूर की बात प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ता भी मुद्दे की नहीं बल्कि पुलिस की कार्रवाई की बात कर रहे थे।
यशवंत सिलावट हत्या के प्रयास के मामले में फरार चल रहे थे
यशवंत सिलावट को खंडवा की कोतवाली में लाया गया। कुछ देर तक पूछताछ हुई और उसके बाद महाराष्ट्र पुलिस उन्हें अपने साथ धुलिया जिले ले गई। ये कार्रवाई सिरपुर तालुका पुलिस ने हत्या के प्रयास के पुराने केस में की है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, करीब एक साल पहले सिलावट ने एक व्यक्ति पर गोली चला दी थी, जिससे वो बुरी तरह घायल हो गया था। सिलावट उस वक्त मौके से फरार हो गए थे। इसके बाद पुलिस ने उनकी तलाश में कई टीमें लगाई हुई थीं।
यशवंत सिलावट पुलिस को धमकी देते थे, खंडवा में कोई हाथ भी नहीं लग सकता
साल भर में सिलावट ने अग्रिम जमानत के लिए धुलिया की जिला कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट तक याचिकाएं दाखिल कीं, लेकिन सभी जगह से राहत नहीं मिली। पुलिस ने उनसे संपर्क करके सरेंडर करने को कहा, लेकिन वो टालते रहे। आखिरकार सीनियर ऑफिसर्स के निर्देश पर स्पेशल टीम बनाई गई और खंडवा में ही उन्हें पकड़ लिया गया। पुलिस MH19 ER 7707 नंबर की इनोवा कार से आई थी।
यशवंत सिलावट ने मीडिया को बताया: प्रॉपर्टी का मामला है
गिरफ्तारी के वक्त मीडिया ने सिलावट से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि वो प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री के बिजनेस से जुड़े हैं। कोई मामला हो गया है, पुलिस पूछताछ के लिए ले जा रही है। वापस आकर मीडिया से पूरी बात रखूंगा। गिरफ्तारी की खबर फैलते ही कांग्रेस नेता कोतवाली थाने पहुंच गए। वहां पुलिस ने उन्हें पूरा मामला समझाया, तब जाकर वो लौटे।
2028 के चुनाव में विधानसभा का टिकट मिलने वाला था
यशवंत सिलावट के पिता हीरालाल सिलावट कांग्रेस के पुराने नेता रहे हैं। दिग्विजय सिंह सरकार में वो पंधाना विधानसभा से दो बार विधायक चुने गए थे और दूसरी बार मत्स्य पालन मंत्री भी बने थे। खुद यशवंत सिलावट खंडवा विधानसभा से टिकट की दावेदारी कर चुके हैं, लेकिन पार्टी ने उन्हें मौका नहीं दिया। कहा जा रहा था कि इस बार तो उनका टिकट पक्का है।
.webp)

