GOOD NEWS: छोटे और बड़े व्यापारियों के लिए एक नई अपॉर्चुनिटी, न्यूज़ीलैंड पर फोकस कीजिए

नई दिल्ली, 23 दिसंबर 2025
: भारत और विकसित देश में यही अंतर है। यदि किसी देश के साथ ट्रेड डील टूट जाए तो विस्तार से बताया जाता है कि क्या नुकसान होगा लेकिन यदि डील हो रही हो तो कोई कुछ नहीं बोलता। जबकि यही तो फायदा उठाने का अवसर होता है। हम आपको बताते हैं कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच में नया फ्री ट्रेड एग्रीमेंट हो गया है। अगले 6 महीने में ट्रेडिंग शुरू हो जाएगी। यही मौका है न्यूज़ीलैंड पर फोकस कीजिए। अब इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने छोटे या बड़े व्यापारी है। क्योंकि एक्सपोर्ट कोई भी कर सकता है। 

भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच नया फ्री ट्रेड एग्रीमेंट

भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच नया फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) बहुत सरल शब्दों में कहें तो – भारत से न्यूज़ीलैंड जाने वाले किसी भी सामान पर न्यूज़ीलैंड में कोई आयात टैक्स (कस्टम ड्यूटी) नहीं लगेगा। इससे भारतीय सामान न्यूज़ीलैंड में सस्ता हो जाएगा और ज्यादा बिकेगा। यह समझौता अभी बन चुका है, जल्दी ही लागू हो जाएगा। अब एक-एक करके देखते हैं कि भारत का आम व्यापारी (छोटा-मध्यम व्यापारी, दुकानदार, निर्यात करने वाला या फैक्ट्री चलाने वाला) इससे कैसे फायदा उठा सकता है। हर फायदे को अलग पैराग्राफ में समझाया है:

BN-FTA से किन व्यापारियों का फायदा होगा

अगर आप कपड़े, जूते, चमड़े का सामान, दवाइयाँ, गहने, हैंडीक्राफ्ट या कोई इंजीनियरिंग का सामान बनाते या बेचते हैं, तो अब न्यूज़ीलैंड में आपका सामान बिना किसी अतिरिक्त टैक्स के जाएगा। पहले वहाँ टैक्स लगता था, अब नहीं लगेगा। इससे आपका वहां के बाजार में सामान सस्ता पड़ेगा और न्यूज़ीलैंड के लोग ज्यादा खरीदेंगे। छोटा व्यापारी ऑनलाइन या निर्यात कंपनी के जरिए अपना माल न्यूज़ीलैंड भेज सकते हैं और ज्यादा मुनाफा कमा सकता है। अब बहुत सारे विकल्प हो गए हैं। यहां तक कि, सोशल मीडिया के माध्यम से हैंडीक्राफ्ट का केवल एक ऑर्डर लेकर उसको भी एक्सपोर्ट कर सकते हैं।

व्यापारियों को दूसरा फायदा: सस्ता कच्चा माल मिलेगा

अगर आप मैन्युफैक्चरिंग का काम करते हैं और लकड़ी, कोकिंग कोल या मेटल का स्क्रैप इस्तेमाल करते हैं, तो न्यूज़ीलैंड से ये चीजें बिना टैक्स के भारत आएंगी। इसका मतलब हुआ कि भारत में सस्ती मिलेगी। इससे आपका उत्पादन सस्ता होगा, मुनाफा बढ़ेगा और आप अपने सामान को और कम दाम पर बेच सकेंगे। छोटे-मध्यम फैक्ट्री मालिकों के लिए ये बहुत बड़ी राहत है।

IT और सर्विसेज वाले व्यापारियों को नया बाजार

अगर आप IT कंपनी चलाते हैं, सॉफ्टवेयर बनाते हैं, कंसल्टिंग करते हैं या टूरिज्म का बिजनेस है, तो न्यूज़ीलैंड ने भारत के लिए अपना सर्विसेज बाजार सबसे ज्यादा खोल दिया है। अब आप वहाँ आसानी से प्रोजेक्ट ले सकते हैं, सर्विस बेच सकते हैं और पैसे कमा सकते हैं। छोटी IT फर्म या फ्रीलांसर भी वहाँ क्लाइंट ढूंढ सकते हैं। इसके लिए आपको वहां जाने की जरूरत नहीं है। जैसे हजारों लोग भारत में घर बैठे अमेरिका की कंपनियों के लिए काम करते हैं बिल्कुल वैसे ही आप अपने घर बैठे काम कर सकते हैं।

HR कंपनियों को फायदा

हुमन रिसोर्स कंपनियों को भी एक मौका तो है। योग टीचर, आयुर्वेद डॉक्टर, इंडियन शेफ, IT इंजीनियर या कंस्ट्रक्शन वाले कुशल कर्मचारियों को न्यूज़ीलैंड काम पर भेज सकते हैं। वहाँ हर साल 5000 भारतीय प्रोफेशनल्स को 3 साल तक काम करने का वीजा मिलेगा। TCS की तरह आपकी कंपनी उन्हें भेजकर प्रोजेक्ट पूरा करवा सकती है और अच्छी कमाई कर सकती है।

कोचिंग और ट्रैवल एजेंसी वालों के लिए फायदा 

अगर आप कोचिंग, एजुकेशन कंसल्टेंसी या ट्रैवल एजेंसी चलाते हैं, तो भारतीय छात्रों को न्यूज़ीलैंड पढ़ने भेजना आसान हो जाएगा। पढ़ाई के बाद उन्हें 3-4 साल तक काम करने का वीजा मिलेगा। ज्यादा छात्र जाएंगे तो आपका बिजनेस बढ़ेगा। साथ ही 1000 वर्क एंड हॉलिडे वीजा भी हैं, जिससे युवा घूमने-कमाने जा सकेंगे।

किसानों और कृषि व्यापारियों को मदद

अगर आप सेब, कीवी या शहद का व्यापार करते हैं या किसानों से जुड़े हैं, तो न्यूज़ीलैंड से नई तकनीक और ट्रेनिंग मिलेगी। वहाँ सेंटर्स ऑफ एक्सीलेंस बनेंगे, जिससे भारतीय किसानों की फसल बेहतर और ज्यादा होगी। आप बेहतर क्वालिटी का सामान बेचकर ज्यादा पैसे कमा सकेंगे। साथ ही इन चीजों के आयात पर सख्त नियम हैं, इसलिए भारतीय किसानों की कीमत नहीं गिरेगी।

बड़े स्टार्टअप्स और कंपनियों के लिए निवेश और पार्टनरशिप का मौका

न्यूज़ीलैंड की कंपनियाँ अगले 15 साल में भारत में 20 बिलियन डॉलर निवेश करेंगी। अगर आपका बिजनेस मैन्युफैक्चरिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर या सर्विसेज में है, तो आप उनके साथ पार्टनरशिप कर सकते हैं। इससे आपको पैसा, नई तकनीक और बड़ा बाजार मिलेगा। छोटे व्यापारी भी लोकल स्तर पर इन कंपनियों के साथ जुड़कर फायदा उठा सकते हैं।

संक्षेप में, यह समझौता आम भारतीय व्यापारी के लिए न्यूज़ीलैंड का दरवाजा पूरी तरह खोल देता है। आप अपना सामान आसानी से बेच सकते हैं, सस्ता माल खरीद सकते हैं, कर्मचारी भेज सकते हैं और नए पार्टनर ढूंढ सकते हैं। बस थोड़ा इंतजार करें जब यह पूरी तरह लागू हो जाए।
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