नई दिल्ली, 5 दिसंबर 2025: केरल के स्थानीय निकाय चुनावों में बीजेपी ने एक ऐसा सरप्राइज दे दिया है कि पूरे राज्य में हंसी-ठिठोली और राजनीतिक चर्चा का माहौल बन गया है। इडुक्की जिले के मुन्नार डिवीजन में बीजेपी ने अपनी उम्मीदवार के तौर पर “सोनिया गांधी” को मैदान में उतारा है। जी हां, नाम बिल्कुल वही है जो आप सोच रहे हैं - सोनिया गांधी।
केरल में सोनिया गांधी कौन है और भाजपा से चुनाव लड़ने के लिए हां क्यों किया
यह सोनिया गांधी कोई रायबरेली या इटली कनेक्शन वाली नहीं हैं। ये मूल रूप से मुन्नार की रहने वाली हैं और स्वर्गीय कांग्रेस नेता दूर राज की बेटी हैं। उनके पिता ने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष की इतनी प्रशंसा की थी कि बेटी का नाम ही सोनिया गांधी रख दिया। अब उनकी बेटी की शादी सुभाष से हुई है, जो बीजेपी के पुराने और सक्रिय कार्यकर्ता हैं। पति-पत्नी ने मिलकर यह प्लान बनाया और बीजेपी ने भी हामी भर दी। नतीजा यह कि मुन्नार में बीजेपी की आधिकारिक उम्मीदवार अब “सोनिया गांधी” बन गई हैं।
एलडीएफ और यूडीएफ के कार्यकर्ता इस नाम को लेकर काफी असहज हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खासा बवाल है क्योंकि पोस्टरों और बैनरों पर “सोनिया गांधी लिखा देखकर लोग पहले तो कन्फ्यूज हो रहे हैं, फिर जब असलियत पता चलती है तो ठहाके लग रहे हैं। बीजेपी इसे शुद्ध मनोरंजन और ब्रांड वैल्यू का फायदा बता रही है। पार्टी का कहना है कि नाम से क्या फर्क पड़ता है, काम से वोट मिलेंगे।
फिलहाल मुन्नार में सोनिया गांधी (बीजेपी वाली) की चर्चा हर चाय की दुकान और व्हाट्सएप ग्रुप में है। देखते हैं 28 दिसंबर को मतदान के दिन यह नाम कितने वोट खींच पाता है। रिपोर्ट: सुरेंद्र शर्मा।
इसी तरह की दूसरी मजेदार खबरें:
- 2021 में तमिलनाडु पंचायत चुनाव में बीजेपी ने एक उम्मीदवार को “विजय” नाम से उतारा था, लोग समझे थे अजित कुमार आ गए हैं।
- 2019 में केरल के ही एक वार्ड में कांग्रेस ने “राहुल गांधी” नाम के शख्स को टिकट दिया था, बाद में स्पष्टीकरण देना पड़ा था कि ये वाले राहुल गांधी दूसरे हैं।
- 2023 में राजस्थान पंचायत चुनाव में “सोनिया गांधी” नाम की एक महिला निर्दलीय लड़ी थीं और अच्छे वोट भी लाई थीं, सिर्फ नाम की वजह से।
केरल की राजनीति में नामों का यह खेल नया नहीं है, लेकिन इस बार बीजेपी ने इसे बखूबी भुनाया है।
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