भोपाल, 14 दिसंबर 2025: ग्वालियर के एडवोकेट अनिल मिश्रा की लीडरशिप में आज भोपाल में ब्राह्मण समाज के लोगों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। इस पर सब की नजर थी क्योंकि माना जा रहा था कि यह प्रदर्शन मध्य प्रदेश में एक नए ब्राह्मण नेता का उदय का आयोजन है, लेकिन ऐसा कुछ खास नहीं हुआ। संख्या बल काफी था लेकिन रणनीति कमजोर दिखाई दी। भोपाल पुलिस ने ब्राह्मणों का ठंडे पानी से अभिषेक किया फिर नीली वैन में भरकर भोग लगाया और अपने स्थान पर वापस जाने के लिए छोड़ दिया।
भोपाल में अनिल मिश्रा के प्रदर्शन का संक्षिप्त विवरण
ग्वालियर के एडवोकेट अनिल मिश्रा के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी, वर्मा की तत्काल गिरफ्तारी और सेवा से बर्खास्तगी की मांग कर रहे थे। वे रोशनपुरा चौराहे पर पुलिस घेराबंदी तोड़ते हुए बाणगंगा चौराहे तक पहुंच गए। यहां 4 लेयर की बैरिकेडिंग के बावजूद आगे बढ़ने की कोशिश करते रहे। पुलिस ने तीन बार चेतावनी दी, फिर स्थिति संभालने के लिए वॉटर कैनन चलानी पड़ी। धक्का-मुक्की के दौरान कई बुजुर्ग और महिलाएं घायल हो गईं। मौके पर मौजूद एम्बुलेंस और मेडिकल टीम ने प्राथमिक उपचार दिया। तनावपूर्ण हालात को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। प्रदर्शनकारियों को गाड़ियों में भरकर पुलिस रातीबड़ ले गई। यहां तितर-बितर करने के बाद प्रदर्शन शांत किया जा सका।भोपाल में आईएएस संतोष वर्मा पर कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन, पुलिस ने वॉटर केनन चलाई...प्रदेश भर से #ब्राह्मण और अन्य समाज के लोग जुड़े...पुलिस से झड़प... pic.twitter.com/cl0QZHPv7D
— राहुल शर्मा । Rahul Sharma (@rahulreporter4) December 14, 2025
क्या होना चाहिए था
होना यह चाहिए था कि इस प्रदर्शन में भोपाल के ब्राह्मण समाज को भी शामिल किया जाता है। प्रदर्शन से पहले सरकार को विधिवत सूचना दी जाती। मुख्यमंत्री अथवा उनकी अनुपस्थिति में मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि मंत्री ब्राह्मण के नेताओं से चर्चा करते और इस बात का आश्वासन देते की संतोष वर्मा को हर हाल में बर्खास्त करवाया जाएगा।
क्या हुआ है
कुछ लोगों की भीड़ भोपाल आई। उसने प्रदर्शन किया। सामने पुलिस खड़ी थी। थोड़ी देर बाद भीड़ ने पुलिस के बैरिकेट्स के तोड़ने की कोशिश की। जवाब में पुलिस ने कार्रवाई की और सब घर चले गए।
कई संगठनों का ब्राह्मण आंदोलन को समर्थन
राजधानी भोपाल में मंत्रालय अधिकारी-कर्मचारी सेवा संघ, अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज, ब्राह्मण रेजिमेंट सहित अन्य संगठनों ने इस संतोष वर्मा को बर्खास्त करने का प्रस्ताव भेजे जाने को सही कदम बताया है। लेकिन उनका कहना है कि जब तक ठोस कार्रवाई नहीं होती, तब तक आंदोलन खत्म नहीं होना चाहिए। संगठनों का कहना है कि प्रस्ताव भेजना पहली सफलता है, लेकिन अंतिम फैसला नहीं। इसी वजह से आगे भी आंदोलन जारी रखने की तैयारी की जा रही है।
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