भोपाल, 13 दिसंबर 2025: युवा कांग्रेस के अंदर इन दिनों एक बड़ा विवाद चल रहा है। दरअसल, हाल ही में कार्यवाहक जिला अध्यक्ष बनाए गए अमित खत्री के खिलाफ पार्टी के ही कुछ युवा कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। यह हफ्ते भर में दूसरी बार हुआ प्रदर्शन है, जहां दो दर्जन से ज्यादा युवक-युवतियां प्रदेश कांग्रेस कार्यालय (PCC) पहुंचे और हाथों में तख्तियां लेकर अमित खत्री मुर्दाबाद के नारे लगाए।
भोपाल के युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी से न्याय मांगा
तख्तियों पर लिखा था - बलात्कार और SC-ST का आरोपी अमित खत्री... राहुल गांधी न्याय दो। प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांग है कि अमित खत्री को पद से तुरंत हटाया जाए। अमित खत्री को 5 दिसंबर को भारतीय युवा कांग्रेस ने भोपाल का कार्यवाहक जिला अध्यक्ष नियुक्त किया था।
प्रदर्शनकारी युवा नेता जीतू पटवारी से नाराज
प्रदर्शन करने वालों में युवा कांग्रेस की कार्यकर्ता कनक चौहान भी शामिल थीं। उन्होंने कहा कि अमित खत्री के खिलाफ रेप और SC-ST एक्ट जैसे गंभीर आरोप हैं। हम नहीं चाहते कि ऐसा व्यक्ति पार्टी का जिला अध्यक्ष बने रहे। कनक ने आगे बताया कि अगर अमित खत्री कह रहे हैं कि FIR में जिस अमित खत्री का नाम है, वो वे नहीं हैं, तो वे एफिडेविट दे दें। इससे मामला साफ हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि वे जीतू पटवारी से मिले और आवेदन दिया, लेकिन अभी तक कोई एक्शन नहीं हुआ।
कांग्रेस की रैली में कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे?
प्रदर्शनकारियों ने ऐलान किया कि 14 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली कांग्रेस की बड़ी रैली में वे जाएंगे और वहां राहुल गांधी व प्रियंका गांधी से मिलकर इस मामले की शिकायत करेंगे, साथ ही अमित खत्री को हटाने की मांग रखेंगे।
मेरा नाम अमित खत्री पिता हीरालाल खत्री है
दूसरी तरफ, अमित खत्री ने इन आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि युवा कांग्रेस के चुनाव में अंकित दुबे का क्रिमिनल रिकॉर्ड होने की वजह से उनका चुनाव रद्द हुआ और मुझे कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया। अब कुछ नेता मेरे खिलाफ भ्रामक प्रचार कर रहे हैं कि बिलखिरिया थाने में मेरे खिलाफ गंभीर केस दर्ज है, जो पूरी तरह झूठ है। मेरा नाम अमित खत्री पिता हीरालाल खत्री है। उन्होंने कहा कि वे अब कानूनी कार्रवाई करेंगे।
यह मामला कांग्रेस की भोपाल यूनिट में आंतरिक कलह को दिखाता है, जहां एक तरफ आरोप लग रहे हैं तो दूसरी तरफ खंडन। पार्टी हाईकमान इस पर क्या फैसला लेता है, यह देखना दिलचस्प होगा।
हालांकि, इस विशिष्ट विवाद पर अभी तक बड़े मीडिया हाउस में कोई व्यापक कवरेज नहीं दिखी है। अमित खत्री हाल ही में अन्य प्रदर्शनों में सक्रिय रहे हैं, जैसे मंत्री प्रतिमा बागरी के घर के बाहर युवा कांग्रेस का विरोध, लेकिन यह अलग मुद्दा था।
.webp)