भोपाल, 23 नवंबर 2025: मध्य प्रदेश में नवंबर का यह मौसम हमेशा कुछ अनिश्चितताओं से भरा रहता है, लेकिन इस बार शीतलहर की कड़ाके वाली ठंड ने सबको हिला दिया था। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, 23 नवंबर 2025 को हवा का रुख बदलकर पूर्वी हो गया है, जिससे, पांच दिनों तक कोल्ड वेव से राहत मिलेगी। बंगाल की खाड़ी में बन रहे अवदाब क्षेत्र और स्ट्रेट ऑफ मलक्का के ऊपरी हवा के चक्रवातीय परिसंचरण के प्रभाव से तापमान में धीरे-धीरे इजाफा होगा, हालांकि सुबह-सुबह घना कोहरा छाने की संभावना बनी हुई है। यह बदलाव विंड पैटर्न में आए शिफ्ट का नतीजा है, जो दिन-रात के तापमान को सामान्य की ओर ले जा रहा है। दिसंबर की शुरुआत से फिर ठंड का दौर लौट सकता है, लेकिन फिलहाल यह राहत एक सांस लेने जैसी लग रही है।
MP WEATHER FORECAST: अगले पांच दिनों का पूर्वानुमान:
आईएमडी भोपाल सेंटर के मुताबिक, शीतलहर का कोई अलर्ट नहीं है, लेकिन हल्के से मध्यम कोहरा सुबह के समय कई जिलों में छाया रह सकता है, जिससे विजिबिलिटी 1000 से 500 मीटर तक सीमित हो सकती है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर जैसे प्रमुख शहरों में न्यूनतम तापमान 9-12 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा, जबकि अधिकतम 28-32 डिग्री तक पहुंचेगा। पचमढ़ी और राजगढ़ जैसे ठंडे इलाकों में रात का पारा 6-8 डिग्री के आसपास रहेगा, लेकिन कुल मिलाकर तापमान में 2-3 डिग्री की बढ़ोतरी होगी।
मध्य प्रदेश मौसम: वर्तमान स्थिति का अपडेट
शनिवार को राजगढ़ में 8.2 डिग्री, पचमढ़ी में 6.2 डिग्री दर्ज हुआ, जबकि भोपाल-इंदौर में 9.4 डिग्री रहा। दिन का अधिकतम तापमान नर्मदापुरम और मंडला में 30.8 डिग्री तक पहुंचा। नर्मदापुरम, ग्वालियर, रीवा और सतना में सुबह की विजिबिलिटी 500 मीटर रही, जबकि भोपाल, दतिया, इंदौर और जबलपुर में यह 1000 मीटर तक थी। खरगोन में शीतलहर का हल्का असर अभी भी महसूस हो रहा है।
मध्य प्रदेश में मौसम के कारण ट्रैफिक और सेफ्टी एडवाइजरी
कोहरे के कारण ड्राइविंग करते समय धीमी स्पीड रखें, फॉग लाइट्स का इस्तेमाल करें और हेडलाइट्स ऑन रखें। कई जगहों पर 100 मीटर से आगे दिखना मुश्किल हो सकता है, इसलिए ट्रांसपोर्ट में सावधानी बरतें। एक्सपर्ट्स की सलाह है कि कोहरे में ओवरटेकिंग से बचें और रेडियो या ऐप्स से अपडेट लेते रहें।
मध्य प्रदेश मौसम: हेल्थ टिप्स
ठंड से राहत मिलने पर भी सुबह-शाम की ठिठुरन बनी रह सकती है, इसलिए सिर, गर्दन और उंगलियों को अच्छे से कवर करें। फ्लू, सर्दी-जुकाम या खांसी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। विटामिन सी युक्त फल-सब्जियां जैसे संतरा, आंवला और हरी पत्तेदार सब्जियां डाइट में शामिल करें, ताकि इम्यूनिटी मजबूत रहे।
मध्य प्रदेश के किसानों के लिए कृषि संबंधी सुझाव:
जहां मिट्टी में पर्याप्त नमी हो, वहां गेहूं, चना, सरसों और मटर की बुआई करें। पहले से बोई गई फसलों के लिए कृषि वैज्ञानिकों से सलाह लें और कभी भी फसल अवशेषों को न जलाएं, क्योंकि इससे प्रदूषण बढ़ेगा। आईएमडी की एडवाइजरी के तहत, ठंड के बावजूद सिंचाई पर नजर रखें।
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