भोपाल, 29 नवंबर 2025: छिंदवाड़ा जिले के कलेक्टर श्री हरेंद्र नारायण ने एक कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है। अधिकारी इतना निरंकुश हो गया था कि, व्हाट्सएप चैटिंग के दौरान डील करता था, UPI से रिश्वत का पेमेंट लेता था। जब मीडिया ने सारे सबूत सामने रख दिए, तब कहीं जाकर उसे सस्पेंड किया गया।
ADM द्वारा मीडिया रिपोर्ट्स की जांच की गई
छिंदवाड़ा की जनसंपर्क अधिकारी सुश्री नीलू सोनी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, कलेक्टर श्री हरेन्द्र नारायन ने प्राप्त शिकायत एवं मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर जांच कराने के उपरांत, शिकायत सही प्रतीत होने पर विकासखण्ड जुन्नारदेव के कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी श्री रविन्द्र कुमरे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। शिकायतकर्ता श्री अश्विन गोदवानी द्वारा प्रस्तुत शिकायत तथा स्थानीय समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचारों को गंभीरता से लेते हुए, मामले की जांच अतिरिक्त कलेक्टर द्वारा कराई गई थी।
एक उचित मूल्य की दुकान से ₹25000 रिश्वत ली
जांच प्रतिवेदन के अनुसार, श्री कुमरे द्वारा उचित मूल्य दुकान की जांच, अनुकूल रिपोर्ट उपलब्ध कराने तथा मशीन उपलब्ध करवाने जैसे शासकीय कार्यों के बदले बार-बार अवैध धनराशि की मांग करने एवं लगभग ₹25,000/- विभिन्न किस्तों में प्राप्त करने के आरोप आंशिक रूप से सिद्ध पाए गए हैं। जांच में इस तथ्य की भी पुष्टि हुई है कि उन्होंने शासकीय कार्य लंबित रखने, लाइसेंस निरस्त करने अथवा प्रतिकूल रिपोर्ट भेजने की धमकी देकर शिकायतकर्ता पर दबाव बनाया।
जांच के दौरान उपलब्ध व्हाट्सऐप चैट, UPI लेनदेन ₹10,000/- (दिनांक 21 जुलाई 2025) तथा ₹5,000/- (दिनांक 15 सितम्बर 2025) जैसे दस्तावेजी साक्ष्य आरोपों की पुष्टि करते हैं। अतिरिक्त कलेक्टर के प्रतिवेदन में उक्त आचरण को शासकीय सेवक से अपेक्षित मानकों के विपरीत एवं गंभीर प्रकृति का बताया गया है।
कलेक्टर श्री नारायन ने इस कृत्य को म.प्र. सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम-3 का उल्लंघन मानते हुए, मध्यप्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के नियम-9 के तहत कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी जुन्नारदेव श्री कुमरे को निलंबित किया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) कार्यालय अमरवाड़ा निर्धारित किया गया है तथा उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्राप्त होगा। निलंबन के उपरांत जुन्नारदेव का प्रभार श्री सुमित चौधरी, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी परासिया को अतिरिक्त रूप से सौंपा गया है।
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