भोपाल, 29 नवंबर 2025: मध्य प्रदेश में चल रही स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रक्रिया के दौरान कांग्रेस पार्टी द्वारा मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोप लगाए जा रहे हैं। ताजा मामला भोपाल की नरेला विधानसभा से आया है।श्री दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थानीय कार्यालय में छापामार कार्रवाई की। कैमरामैन को साथ में लेकर गए और संघ कार्यालय में मौजूद स्वयंसेवक से पूछताछ की। इसके बाद मीडिया के सामने अपनी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की। जहाँ कांग्रेस के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह ने दावा किया है कि, 30 मतदाताओं ने यहां पर स्थित RSS के क्षेत्रीय कार्यालय को अपने निवास का पता बताया है।
महामाई बाग स्थित मकान नंबर 70 पर RSS और शिक्षक संघ के बोर्ड लगे हैं। मतदाता सूची में इस पते पर 30 वोटर दर्ज हैं जो 9 अलग-अलग समुदायों से हैं। श्री दिग्विजय सिंह का कहना है कि 1250 स्क्वायर फुट के इस ऑफिस में सिर्फ एक व्यक्ति गौतम आर्य रहते हैं, जो खुद को ग्वालियर का बताते हुए RSS का शाखा प्रशिक्षक बता रहे हैं। बाकी 29 नामों का कोई अता-पता नहीं।
शनिवार शाम पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह खुद इस पते पर पहुंचे। दिग्विजय ने मौके पर मतदाता सूची का मिलान किया और मीडिया के सामने दावा किया कि सिर्फ एक व्यक्ति ही वहां रहता है। उन्होंने इसे बड़ा फर्जीवाड़ा करार देते हुए सवाल उठाया कि जहां RSS की बैठकें होती हैं, वहीं इस तरह की धांधली कैसे हो रही है। उन्होंने कहा कि पूरी SIR प्रक्रिया ही संदेह के घेरे में है और BLO, AERO व RO की जवाबदेही तय होनी चाहिए।
दिग्विजय ने चेतावनी भी दी कि जो अधिकारी गलत मतदाता सूची बना रहे हैं, उन्हें लगता है कि BJP उन्हें बचा लेगी, लेकिन ऐसा नहीं होगा। उन्होंने 2023 और 2025 में जिन भी BLO-AERO-RO ने यह काम किया, उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
#WATCH | Bhopal, Madhya Pradesh | Congress MP Digvijaya Singh says, "In the Narela Assembly Constituency, at booth no. 189, house no. 70, the Madhya Pradesh Shikshak Sangh office, we wanted to meet the BLO, Supervisor, and ARO because, in the 2025 voter list, the names of 30… pic.twitter.com/aGrfPKMUwm
— ANI (@ANI) November 29, 2025
भोपाल में SIR से जुड़े अन्य मामले जो पिछले कुछ दिनों में सामने आए:
• कोलार क्षेत्र में एक ही फ्लैट में 52 फर्जी वोटर मिले, जिनमें से ज्यादातर नाम बाहर के जिलों के थे।
• बैरसिया में एक खाली प्लॉट पर 18 वोटर दर्ज पाए गए।
• हुजूर विधानसभा के कई बूथों पर मृत व्यक्तियों के नाम अब भी लिस्ट में बरकरार हैं।
• गोविंदपुरा में एक मकान जिसे 5 साल पहले तोड़ दिया गया था, वहां 28 वोटर अभी भी दिख रहे हैं।
कांग्रेस लगातार दावा कर रही है कि SIR के नाम पर हजारों फर्जी मतदाता जोड़े जा रहे हैं ताकि आने वाले निकाय व उपचुनाव में फायदा लिया जाए। चुनाव आयोग ने अभी तक इन शिकायतों पर कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की है।
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