भोपाल, 26 नवम्बर 2025: मध्यप्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने बुधवार को खरगोन जिले में चल रहे खरगोन बायपास (राष्ट्रीय राजमार्ग 347) के निर्माण कार्य का अचानक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गुणवत्ता में गंभीर खामियां मिलने पर मंत्री ने सख्त तेवर दिखाते हुए तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए।
खरगोन बायपास का घटिया निर्माण पाया गया
निरीक्षण में पाया गया कि बायपास के चार स्थानों पर DBM की मोटाई तो मानक के अनुसार थी, लेकिन कॉम्पेक्शन पूरी तरह असंतोषजनक था। साथ ही शोल्डर पर इस्तेमाल किए गए पत्थर का आकार निर्धारित 50 मिलीमीटर से काफी ज्यादा था, जो घटिया निर्माण का स्पष्ट प्रमाण था। निर्माण सामग्री के सैंपल लेने के दौरान यह भी सामने आया कि तय मापदंडों के अनुसार बैग तक उपलब्ध नहीं थे।
प्रभारी अधीक्षण यंत्री विजय सिंह पवार फौरन सस्पेंड
मंत्री के कड़े रुख के बाद खरगोन प्रयोगशाला के प्रभारी अधीक्षण यंत्री विजय सिंह पवार को फौरन सस्पेंड कर दिया गया। संबंधित उपयंत्री के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए मुख्य अभियंता (राष्ट्रीय राजमार्ग) को निर्देश दिए गए हैं। सुपरविजन में लापरवाही बरतने पर प्रोजेक्ट की कंसल्टेंट एजेंसी ICON के खिलाफ भी सख्त एक्शन के आदेश जारी हुए हैं।
निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता बी.पी. बोरासी, इंदौर परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता सी.एस. खरत, मुख्य अभियंता (भवन) सुरेंद्र राव गौरखेड़े और अधीक्षण यंत्री मयंक शुक्ला भी मौजूद रहे।
मंत्री राकेश सिंह ने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि राष्ट्रीय राजमार्ग हो या कोई अन्य सड़क परियोजना, गुणवत्ता से कोई समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लापरवाही करने वाले अधिकारियों और एजेंसियों पर तुरंत और कड़ी कार्रवाई होगी।
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