हाल ही में, अमेरिकी नागरिकों के लिए $2,000 के government stimulus checks का प्रस्ताव सामने आया है, जिसने वित्तीय बाज़ारों, विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी क्षेत्र में, एक नई बहस को जन्म दिया है। क्या इसके कारण क्रिप्टोकरंसी मार्केट में एक नई रैली की शुरुआत होने वाली है। क्या क्रिप्टोकरंसी में निवेश के लिए या बिल्कुल सही समय है। जिसने अभी पैसा लगाया वह रातों-रात करोड़पति हो जाएगा? या फिर कुछ और होने वाला है। इस विश्लेषण को और गहरा करने के लिए, हमें पहले उन ऐतिहासिक दृष्टांतों की जाँच करनी चाहिए जिन्होंने इस संबंध के लिए एक मिसाल कायम की है।
ऐतिहासिक दृष्टांत: 2020 का केयर्स एक्ट (CARES Act) और बिटकॉइन रैली
संभावित बाज़ार प्रतिक्रियाओं की भविष्यवाणी करने के लिए 2020 के कोरोना वायरस सहायता, राहत और आर्थिक सुरक्षा (केयर्स) अधिनियम के तहत दिए गए प्रोत्साहन को एक ऐतिहासिक मानदंड के रूप में जाँचना महत्वपूर्ण है। यह घटना इस बात का ठोस उदाहरण प्रस्तुत करती है कि कैसे सरकारी वित्तीय सहायता सीधे तौर पर डिजिटल संपत्ति बाज़ारों को प्रभावित कर सकती है।
2020 की प्रोत्साहन घटना के प्रमुख बिंदु निम्नलिखित हैं:
प्रोत्साहन राशि: डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन के तहत, अमेरिकियों को $1,200 के "स्टिमी चेक्स" जारी किए गए थे।
तत्काल बाज़ार प्रतिक्रिया: इस प्रोत्साहन के बाद, बिटकॉइन ने केवल पाँच हफ्तों के भीतर 50% की प्रभावशाली रैली का अनुभव किया।
दीर्घकालिक प्रभाव: एक वर्ष की अवधि में, बिटकॉइन ने 900% की असाधारण रैली हासिल की, जिससे इसकी कीमत नई ऊंचाइयों पर पहुँच गई।
बाज़ार का उलटफेर: क्रिप्टो विश्लेषक लार्क डेविस के अनुसार, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि 2020-21 की इस महत्वपूर्ण रैली के बाद 2022-23 में एक भारी गिरावट आई।
यह ऐतिहासिक घटनाक्रम वर्तमान विशेषज्ञ विश्लेषणों के लिए एक आधार प्रदान करता है, जो इस अनुभव का उपयोग अपने पूर्वानुमानों को आकार देने के लिए कर रहे हैं।
विशेषज्ञ विश्लेषण: वर्तमान प्रस्ताव पर दृष्टिकोण
प्रस्तावित $2,000 के प्रोत्साहन चेक पर, बाज़ार के प्रमुख विश्लेषकों ने अपने दृष्टिकोण प्रस्तुत किए हैं। इस खंड में, हम दो प्रमुख विशेषज्ञों, लार्क डेविस और काशिफ रज़ा, के विशिष्ट पूर्वानुमानों का विश्लेषण करेंगे, जिसमें उनके दृष्टिकोणों में समानताएं और सूक्ष्म अंतर दोनों पर प्रकाश डाला जाएगा।
लार्क डेविस: एक संक्षिप्त रैली की संभावना
क्रिप्टो निवेशक और विश्लेषक लार्क डेविस का अनुमान है कि $2,000 का चेक बिटकॉइन के लिए एक संक्षिप्त रैली को गति प्रदान कर सकता है। वह सीधे तौर पर इसकी तुलना 2020 की घटना से करते हैं, जब इसी तरह के प्रोत्साहन ने बाज़ार में भारी उछाल लाया था। हालाँकि, डेविस दो महत्वपूर्ण चेतावनियाँ भी देते हैं:
1. उनकी उम्मीद है कि कोई भी नई रैली पिछली बार देखी गई 900% की "आसमान छूती" वृद्धि जितनी तीव्र नहीं होगी।
2. वह निवेशकों को आगाह करते हैं कि उन्हें इतिहास के दोहराव की संभावना को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, जहाँ एक बड़ी रैली के बाद एक महत्वपूर्ण गिरावट आ सकती है, जैसा कि 2022-23 में हुआ था।
काशिफ रज़ा: मुद्रास्फीति के विरुद्ध एक बचाव
एक अन्य प्रमुख क्रिप्टो विश्लेषक, काशिफ रज़ा, भी बिटकॉइन के लिए "समान मूल्य कार्रवाई" की भविष्यवाणी करते हैं। उनका तर्क इस आधार पर केंद्रित है कि यह प्रोत्साहन "मुद्रास्फीति की सुनामी" को बढ़ावा देगा, जो कोविड-युग के प्रोत्साहन के बाद देखी गई 10% मुद्रास्फीति वृद्धि के समानांतर है। रज़ा का निष्कर्ष है कि बिटकॉइन इस मुद्रास्फीति के खिलाफ एक आवश्यक बचाव के रूप में कार्य करता है, और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उस अवधि के बाद से इसने लगातार बेहतर प्रदर्शन किया है। उनका मानना है कि जब फिएट मुद्रा का मूल्य घटता है, तो निवेशक बिटकॉइन जैसी सीमित संपत्तियों की ओर आकर्षित होते हैं।
विशेषज्ञों की यह राय उन अंतर्निहित बाज़ार चालकों की ओर इशारा करती है जिनका मूल्यांकन आगे किया जाएगा।
प्रमुख बाज़ार संचालकों का मूल्यांकन
विशेषज्ञों के पूर्वानुमानों से परे जाकर, यह विश्लेषण करना आवश्यक है कि वे कौन से मौलिक तंत्र हैं जिनके माध्यम से एक प्रोत्साहन चेक बिटकॉइन की कीमत को प्रभावित कर सकता है। विशेषज्ञों के विश्लेषण के आधार पर, दो प्राथमिक बाज़ार चालक स्पष्ट होते हैं:
1. प्रत्यक्ष पूंजी प्रवाह: सिद्धांत यह है कि प्रोत्साहन चेक खुदरा निवेशकों को अतिरिक्त प्रयोज्य आय प्रदान करते हैं। इस आय का एक हिस्सा सीधे बिटकॉइन जैसी डिजिटल संपत्तियों को खरीदने में प्रवाहित हो सकता है। पूंजी के इस सीधे प्रवाह से मांग बढ़ती है, जो स्वाभाविक रूप से कीमत पर ऊपर की ओर दबाव डालती है।
2. मुद्रास्फीति बचाव की धारणा: यह तर्क इस विचार पर आधारित है कि बड़े पैमाने पर सरकारी खर्च, जैसे कि प्रोत्साहन चेक, फिएट मुद्रा का अवमूल्यन करता है और मुद्रास्फीति के दबाव को बढ़ाता है। ऐसी आर्थिक परिस्थितियों में, निवेशक अपनी संपत्ति के मूल्य को संरक्षित करने के लिए बिटकॉइन जैसी दुर्लभ संपत्तियों को एक मूल्य के भंडार के रूप में देखते हैं। काशिफ रज़ा की "मुद्रास्फीति की सुनामी" की चेतावनी इसी धारणा को रेखांकित करती है।
हालांकि, मुद्रास्फीति पर दृष्टिकोण विरोधाभासी हैं। जबकि विश्लेषक काशिफ रज़ा आसन्न मुद्रास्फीति की चेतावनी देते हैं, स्रोत पाठ में डोनाल्ड ट्रम्प के इस दावे का भी उल्लेख है, जो वे अपनी टैरिफ नीति की सफलता को बताते हैं, कि अमेरिका में "लगभग कोई मुद्रास्फीति नहीं" है। ये संभावित चालक निवेशकों को आगे आने वाले जोखिमों और महत्वपूर्ण विचारों पर ध्यान देने के लिए प्रेरित करते हैं।
संभावित जोखिम और चेतावनियाँ
एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाना महत्वपूर्ण है। जहाँ एक ओर रैली की संभावना मौजूद है, वहीं एक व्यापक विश्लेषण के लिए इसमें शामिल महत्वपूर्ण जोखिमों और अनिश्चितताओं को स्वीकार करना भी आवश्यक है, जैसा कि विशेषज्ञों ने स्वयं उजागर किया है।
प्रमुख जोखिम और चेतावनियाँ निम्नलिखित हैं:
अस्थिरता और दुर्घटना का जोखिम: लार्क डेविस की चेतावनी को दोहराना आवश्यक है कि 2020-21 की भारी रैली के बाद एक गंभीर गिरावट आई थी। इसका तात्पर्य है कि किसी भी नई रैली का हश्र भी वैसा ही हो सकता है, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हो सकता है।
घटते प्रतिफल की संभावना: डेविस का पूर्वानुमान है कि भविष्य की कोई भी रैली 2020 के बाद की "आसमान छूती" 900% की वृद्धि के समान चरम ऊंचाइयों तक नहीं पहुंच सकती है। निवेशकों को अपनी अपेक्षाओं को संयमित रखना चाहिए।
नीति अनिश्चितता: इस बात की भी अनिश्चितता है कि यह प्रोत्साहन कैसे वितरित किया जाएगा। ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट द्वारा दिए गए सुझाव के अनुसार यह लाभांश कर कटौती के माध्यम से दिया जा सकता है, जो सीधे चेक की तुलना में इसके बाज़ार प्रभाव को बदल सकता है।
इन संभावित लाभों और स्पष्ट जोखिमों को देखते हुए, एक अंतिम सारांश निवेशकों के लिए एक रणनीतिक दृष्टिकोण तैयार करने में सहायक होगा।
निष्कर्ष: निवेशकों के लिए सारांश
निष्कर्षतः, 2020 के ऐतिहासिक दृष्टांत और विशेषज्ञ की राय यह सुझाव देती है कि एक नया राजकोषीय प्रोत्साहन बिटकॉइन की कीमत पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। यह प्रभाव मुख्य रूप से खुदरा निवेशकों द्वारा प्रत्यक्ष निवेश और मुद्रास्फीति के खिलाफ बचाव के रूप में इसकी बढ़ती अपील से प्रेरित होगा। हालाँकि, इस आशावादी दृष्टिकोण के साथ महत्वपूर्ण जोखिम भी जुड़े हुए हैं, जिनमें अत्यधिक अस्थिरता, एक बड़ी रैली के बाद तेज सुधार की संभावना और पिछली रैलियों की तुलना में कम स्पष्ट वृद्धि की संभावना शामिल है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे बाज़ार विश्लेषकों द्वारा प्रदान किए गए ऐतिहासिक अवसरों और स्पष्ट चेतावनियों दोनों पर सावधानीपूर्वक विचार करें और किसी भी पूंजी आवंटन निर्णय से पहले इन परस्पर विरोधी शक्तियों का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करें।
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