भोपाल/पटना, 6 नवंबर 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में प्रचार की धूम मच रही है, और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस मैदान में अपनी तूफानी ऊर्जा से जनता को प्रभावित किया। उन्होंने मधुबनी जिले की बिस्फी सीट पर हरिभूषण ठाकुर बचौल और गया जिले की वजीरगंज सीट पर बीरेंद्र सिंह के पक्ष में दो जोरदार जनसभाएं कीं।
डॉ. मोहन यादव ने अपनी सभाओं में चुनाव को धर्म और अधर्म के बीच की लड़ाई करार दिया। उन्होंने कहा, "यह महज वोटों की जंग नहीं, बल्कि सांस्कृतिक जागरण और नैतिकता की पुकार है।" वे कांग्रेस के नेताओं, खासकर संसदीय दल के नेता राहुल गांधी पर भी खुलकर बोले। "कांग्रेस किस मुंह से बात करेगी, जब उन्होंने अयोध्या में भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाए थे? आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वहां भव्य राम मंदिर खड़ा है, जो करोड़ों श्रद्धालुओं का केंद्र बन चुका है।"
जैसा उज्जैन में महाकाल लोक बना वैसा ही बिहार में माता सीता का धाम बनेगा
आधुनिक भारत की सांस्कृतिक यात्रा का जिक्र करते हुए सीएम ने काशी विश्वनाथ धाम, अयोध्या का राम मंदिर और उज्जैन का महाकाल लोक का उदाहरण दिया। "ये परियोजनाएं न सिर्फ आस्था का प्रतीक हैं, बल्कि पर्यटन और आर्थिक विकास का नया अध्याय भी खोल रही हैं। उज्जैन में पिछले साल 7 करोड़ भक्त पहुंचे। यह आंकड़ा हमारी विरासत की वैश्विक अपील को दर्शाता है।" बिहार के संदर्भ में उन्होंने उत्साह जताया कि डबल इंजन सरकार में माता सीता का धाम बनेगा, जो राज्य की धार्मिक पहचान को नई ऊंचाई देगा। "कांग्रेस जैसी पार्टियां कभी ऐसा नहीं कर पाएंगी, उनकी सोच सीमित है। दुनिया हमें राम और कृष्ण की भूमि के रूप में जानती है, यह हमारी शाश्वत पहचान है।"
पहले ईवीएम पर सवाल उठाते थे अब वोटर लिस्ट को मुद्दा बना रहे हैं
विपक्ष पर निशाना साधते हुए डॉ. यादव ने कहा कि वे वोट बैंक की राजनीति के चक्कर में भाइयों को आपस में लड़ाने का काम करते रहे। "राम-रहीम में कोई भेदभाव नहीं, लेकिन विपक्ष ने दंगों के जरिए समाज को बांटा। आज एनडीए के नेतृत्व में हर वर्ग को न्याय मिल रहा है, गरीब से लेकर किसान तक।" हरियाणा चुनाव के बाद राहुल गांधी के बयानों का हवाला देते हुए उन्होंने टोका, "वे ईवीएम पर सवाल उठाते हैं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उनकी दलीलों को खारिज कर दिया। जनता को भ्रमित करने की बजाय लोकतंत्र की गरिमा का सम्मान करें।"
मतदान को एक शक्तिशाली प्रतीक बताते हुए सीएम ने कृष्ण की कथा का सहारा लिया। "भगवान श्रीकृष्ण ने शिशुपाल को 100 गलतियां माफ कीं, लेकिन सुदर्शन चक्र ने हिसाब चुकता किया। 11 नवंबर को ईवीएम आपके हाथ में सुदर्शन चक्र बनेगा, इसका सदुपयोग करें।" उन्होंने विपक्ष पर अयोध्या की 12 एकड़ जमीन दबाने का आरोप लगाया, जो सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप से मुक्त हुई।
बिहार की बदलती तस्वीर पर फोकस करते हुए डॉ. यादव ने नीतीश कुमार सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित किया। "शराबबंदी ने महिलाओं को सशक्त बनाया। हर मां-बहन को 10-10 हजार रुपये की मदद मिल रही है। किसान सम्मान निधि से खेतों के जवान मजबूत हो रहे हैं। मध्य प्रदेश में भी हम कृष्ण से जुड़े तीर्थों को विकसित कर रहे हैं।" विपक्ष के पुराने हेलीपैड खोदने जैसे तंजों को हंसते हुए खारिज करते हुए कहा, "एनडीए में वंश से ऊपर योग्यता है, मेरा मुख्यमंत्री बनना इसका प्रमाण है। बिहार का विकास केवल मोदी-शाह-नीतीश के नेतृत्व में संभव है।"
वजीरगंज सभा में उन्होंने भावुक अपील की, "समय बदल गया है। कांग्रेस के शासन में बॉम्बे-दिल्ली में आतंकी हमले होते थे, लेकिन अब चंपारण के रण से पाकिस्तान में गोले फूटते हैं। 56 इंच के सीने वाले पीएम मोदी के नेतृत्व में सेना घर घुसकर मारती है।" मल्लिकार्जुन खड़गे के 'छोटा राज्य' वाले बयान पर तंज कसते हुए कहा, "बदला लें, इतना जोर से बटन दबाएं कि कीचड़ में कमल खिल जाए। आज फिर नीतीश कुमार की सरकार बनेगी, एनडीए को जिताकर बिहार और देश का विकास करें।"
बिहार रवानगी से पहले भोपाल एयरपोर्ट पर डॉ. यादव ने मीडिया से कहा, "पीएम मोदी दिल्ली से एनडीए का नेतृत्व कर रहे हैं, बिहार की जनता विकास चाहती है। राहुल गांधी हरियाणा का मुद्दा उठाकर भ्रम फैला रहे हैं, लेकिन ईवीएम पर उनकी चुनौतियां विफल रहीं। मतदाताओं से अपील है, सोच-समझकर वोट दें, लोकतंत्र के इस महायज्ञ में हिस्सा लें।"
यह प्रचार न सिर्फ राजनीतिक उत्साह बढ़ा रहा है, बल्कि बिहार को एक आधुनिक, समावेशी और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राज्य बनाने की दिशा में जनता को प्रेरित कर रहा है। दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को है, क्या जनता एनडीए की अपील पर सकारात्मक जवाब देगी, यह तो वक्त बताएगा।
