भोपाल, 6 नवंबर 2025: किसी भी प्रोडक्ट पर कितना टैक्स लेना है यह बात सरकार तय करती है। आपने भी देखा होगा प्रोडक्ट के ऊपर प्रोडक्ट की कीमत प्लस GST लिखा होता है परंतु भोपाल के रेलवे स्टेशन पर पिछले 44 दिन से खुलेआम GST घोटाला चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद लाइव आकर GST कम कर दिया परंतु रेलवे आज भी प्रत्येक यात्री से 1 लीटर पानी के ऊपर एक रुपए अतिरिक्त GST की वसूली कर रहा है।
डिप्टी डायरेक्टर ने 20 सितंबर को आर्डर जारी कर दिया था, DRM ने पालन नहीं करवाया
रेलवे बोर्ड में उप निदेशक कैटरिंग रंगराजन अनंतरत्नम के हस्ताक्षर से 20 सितंबर को सभी महाप्रबंधकों और आईआरसीटीसी के प्रबंध संचालक आदि के लिए एक आदेश जारी किया। इसमें बताया गया कि जीएसटी सुधार के बाद जो स्थिति बनी है उसके तहत बोतलबंद पानी का अधिकतम खुदरा मूल्य एक लीटर वाली बोतल पर 15 रुपये से घटाकर 14 रुपये और आधा लीटर बोतल के लिए 10 रुपये से घटाकर नौ रुपये करना है। नई दरों को 22 सितंबर से लागू किया जाना था। पांच अक्टूबर की रात यानी 44 दिन बीत जाने के बाद भी यह आदेश भोपाल में लागू नहीं किया गया।
यह हालात यात्री सुविधा सलाहकार समिति के सामने भी आ चुकी है। समिति के सदस्य निरंजन वाधवानी बताते हैं कि हाल ही में जब हमारी टीम भोपाल जंक्शन पर निरीक्षण करने पहुंची तो देखा कि वेंडर अभी भी पानी की बोतल को 15 रुपये में बेच रहे हैं। उनसे बात की तो उन्होंने कहा कि बोतल तो 15 रुपए की ही मिलेगी।
एक रुपये के लिए शिकायत का लोड नहीं
खानपान की वस्तुओं की अधिक कीमत की शिकायत रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर की जा सकती है। लेकिन इसके लिए पीएनआर और मोबाइल नंबर देना होता है। इसके अलावा रेल मदद पोर्टल या एप पर इसकी शिकायत हो सकती है। स्टेशन मास्टर से भी शिकायत हो सकती है। एक रुपये के विवाद में यात्री प्रक्रिया में फंसना नहीं चाहते और रेलवे अधिकारियों को अपना ही आदेश लागू कराने का कोई दबाव नहीं है, ऐसे में धंधा चल रहा है।
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