The Bhopal School of Social Sciences कॉलेज में 31 अक्टूबर को Halloween Celebration का आयोजन किया गया लेकिन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में इसका तीव्र विरोध किया जिसके चलते सेलिब्रेशन को निरस्त कर दिया गया। आईए जानते हैं कि हैलोवीन सेलिब्रेशन क्या होता है, किसका त्यौहार है और क्यों मनाया जाता है। 
The Bhopal School of Social Sciences में विवाद
द भोपाल स्कूल ऑफ़ सोशल साइंसेस में आयोजित किए जा रहे हेलोवीन सेलिब्रेशन के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने कॉलेज परिसर में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने इसे भारतीय संस्कृति और संस्कारों के विपरीत बताते हुए कॉलेज प्रशासन से ऐसे कार्यक्रमों पर तत्काल रोक लगाने की मांग की। अभाविप के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज परिसर में नारेबाजी करते हुए कहा कि विद्यार्थियों द्वारा भूत-प्रेत और राक्षसों के वेश में सजकर नृत्य करना भारत की संस्कृति, सभ्यता और शैक्षणिक गरिमा के विपरीत है। 
परिषद का कहना है कि इस तरह के आयोजन न केवल शैक्षणिक वातावरण को दूषित करते हैं, बल्कि युवाओं में पाश्चात्य संस्कृति की अंधी नकल को भी बढ़ावा देते हैं। एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने कहा कि हेलोवीन जैसे अंधकारमय और असंस्कारी कार्यक्रम हमारे सांस्कृतिक एवं नैतिक मूल्यों के विरुद्ध हैं। कॉलेजों को ऐसे आयोजनों की जगह भारतीय परंपरा और रचनात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देना चाहिए।
कॉलेज प्रशासन ने कार्यक्रम रद्द किया
अभाविप के विरोध और मांगों के बाद कॉलेज प्रशासन ने मामले की गंभीरता को स्वीकार करते हुए हेलोवीन सेलिब्रेशन कार्यक्रम को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया। प्रशासन ने परिषद को आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसे आयोजनों की पुनरावृत्ति नहीं होगी, और कॉलेज में संस्कृति-संवेदनशील कार्यक्रमों को ही अनुमति दी जाएगी।
हेलोवीन सेलिब्रेशन क्या होता है
Halloween (हैलोवीन) एक लोकप्रिय पश्चिमी त्योहार है जो 31 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह "ऑल सेंट्स ईव" (All Saints' Eve) से निकला है, जो ईसाई परंपरा का हिस्सा है, लेकिन आजकल यह डरावनी थीम वाली पार्टियों, कॉस्ट्यूम्स और मिठाइयों का उत्सव बन गया है। यह प्राचीन सेल्टिक फसल उत्सव "सम्हाइन" (Samhain) से प्रेरित है, जो आयरलैंड और स्कॉटलैंड में मनाया जाता था। सेल्ट्स मानते थे कि इस रात मृतकों की आत्माएँ जीवितों के बीच आ जाती हैं। बाद में, ईसाई चर्च ने इसे सभी संतों की पूर्व संध्या के रूप में अपनाया। अमेरिका में 19वीं सदी में आयरिश आप्रवासियों ने इसे लोकप्रिय बनाया, और अब यह दुनिया भर में फैल गया है।
हेलोवीन सेलिब्रेशन कैसे मनाते हैं?
हैलोवीन का सेलिब्रेशन डरावना लेकिन मजेदार होता है। मुख्य गतिविधियाँ ये हैं: 
कॉस्ट्यूम्स (भेषभूषा): लोग भूत, चुड़ैल, जोकर, सुपरहीरो या पॉप कल्चर कैरेक्टर्स जैसे ड्रेसअप करते हैं। बच्चे और बड़ों दोनों के लिए ये पार्टी का मुख्य आकर्षण होता है।
ट्रिक ऑर ट्रीट (Trick or Treat): बच्चे मास्क लगाकर दरवाजे-दरवाजे घूमते हैं और "ट्रिक ऑर ट्रीट" चिल्लाते हैं। मतलब, "मिठाई दो वरना शरारत करेंगे!" लोग उन्हें कैंडी, चॉकलेट या छोटी-मोटी मिठाइयाँ देते हैं।
पैंपकिन कर्विंग (कद्दू तराशना): नारंगी रंग के कद्दू (जैक-ओ-लैंटर्न) को खोखला करके चेहरा उकेरा जाता है और अंदर मोमबत्ती जलाकर रखी जाती है। ये घरों के बाहर सजावट के लिए लगाए जाते हैं।
पार्टियाँ और डेकोरेशन: घरों को कंकड़-पत्थर, मकड़ियों के जाले, कंकालों और लालटेन से सजाया जाता है। पार्टियों में डरावनी फिल्में, गेम्स (जैसे एप्पल बॉबिंग) और डांस होते हैं।
हॉन्टेड हाउस: कुछ जगहों पर डरावने "घर" बनाए जाते हैं जहाँ लोग घूमकर डरते-मजाक उड़ाते हैं।
हैलोवीन सेलिब्रेशन कहाँ मनाते हैं?
मुख्य देश: अमेरिका, कनाडा, आयरलैंड, यूके, ऑस्ट्रेलिया। भारत में: बड़े शहरों (मुंबई, दिल्ली) में वेस्टर्न-स्टाइल पार्टियाँ होती हैं, लेकिन ये अभी भी नया है।
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