जब भारत में नवरात्रि और विजयदशमी मनाई जा रही थी, गुजरात के नजदीक वाले अरब सागर से भयंकर चक्रवाती तूफान "शक्ति" उत्पन्न हुआ और पाकिस्तान एवं संयुक्त अरब अमीरात की तरफ आगे बढ़कर इसने दोनों देशों में दहशत फैला दी, लेकिन किसी को भी नुकसान नहीं पहुंचा। शक्ति का एहसास करने के बाद यह शक्ति समुद्र में विलीन हो गई।
प्रकृति ने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया लेकिन शक्ति का प्रदर्शन किया
यह सब कुछ एक प्राकृतिक घटनाक्रम है लेकिन एक प्राकृतिक संजोग भी है। नवरात्रि भारत में मनाई जा रही थी जबकि अरब सागर में पैदा हुए Severe Cyclonic Storm का नामकरण श्रीलंका ने किया है। श्रीलंका के मौसम वैज्ञानिकों ने इस तूफान को "शक्ति" नाम दिया। यह शक्तिशाली तूफान दिनांक 3 अक्टूबर (जब पूरे भारत में दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन हो गया था) को अरब सागर में गुजरात से करीब 350 किलोमीटर की दूरी पर प्रकट हुआ। फिर पाकिस्तान के कराची की तरफ आगे बढ़ा। इस तूफान की स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती थी।
जब पाकिस्तान सिर्फ 290 किलोमीटर दूर रह गया तो अचानक तूफान ने दिशा बदल ली और संयुक्त अरब की तरफ आगे बढ़ गया, लेकिन संयुक्त अरब के ओमान तट से सिर्फ 330 किलोमीटर की दूरी पर यह तूफान समुद्र में विलीन होने जा रहा है। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि, प्रकृति द्वारा अरब सागर के समुद्र में एक अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान शक्ति का प्रदर्शन किया गया है।
चक्रवाती तूफान शक्ति के माध्यम से क्या संकेत मिलता है
यह तूफान कोई सामान्य प्राकृतिक घटना नहीं है। इस तूफान के माध्यम से प्रकृति ने बताया है कि, अरब सागर का वातावरण गर्म हो रहा है। यदि तुरंत कोई प्रबंध नहीं किया गया तो पाकिस्तान का कराची एवं तुरबत, संयुक्त अरब का ओमान और मस्कट एवं भारत का मुंबई एवं गुजरात का समुद्र तटीय इलाका खतरे में है।