मध्य प्रदेश में आजकल बात का बतंगड़ बहुत बन रहा है। सागर जिले में टोकन के बहाने महिला तहसीलदार के साथ छेड़छाड़ की कोशिश की गई और जब उन्होंने अपने सीने की तरफ बढ़ रहे किसान के हाथ को हटाकर चांटा मारा तो, बवाल मच गया। महिला तहसीलदार पर किस को थप्पड़ मारने का आरोप लगा दिया गया। अब महिला तहसीलदार अपने बचाव में बयान दे रही है।
घटना का विवरण जो वीडियो में दिखाई दे रहा है
महिला तहसीलदार का नाम प्रीति रानी चौरसिया है। मामला देवरी तहसील जिला सागर का है। यहां पर कृषि उपज मंडी में किसानों को खाद के टोकन वितरित किए जा रहे थे। किसानों से पंक्तिबद्ध होकर ठोकर प्राप्त करने के लिए कहा गया था परंतु किस लाइन में लगे को तैयार नहीं थे। भीड़ लगाकर टोकन बांटने वाले कर्मचारी पर हावी हो रहे थे। यह देखकर मौके पर मौजूद महिला तहसीलदार प्रीति रानी चौरसिया ने टोकन अपने हाथ में ले लिए। शायद उन्होंने सोचा होगा कि मैं तहसीलदार हूं और महिला भी हूं, इस कारण किसान, मेरा सम्मान करेंगे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। किसानों की भीड़ लगातार पहले की तरह हुज्जत करती रही। कृपया समाचार में संलग्न वीडियो को ध्यान से देखिए, भीड़ में मौजूद एक व्यक्ति ने टोकन मांगने के बहाने महिला तहसीलदार के सीने को छूने की कोशिश की। महिला तहसीलदार ने उस व्यक्ति के बढ़ते हुए हाथ को रोका और डांटते हुए दो बार उसके हाथ पर थप्पड़ मारने की कोशिश की।
सोशल मीडिया पर लोगों ने पीड़ित महिला तहसीलदार को आरोपी बना दिया
वीडियो में जो कुछ दिखाई दे रहा है उसके विरुद्ध सोशल मीडिया पर महिला तहसीलदार को आरोपी बना दिया गया है। लिखा जा रहा है कि महिला तहसीलदार ने किस को थप्पड़ मारा है। एसडीएम मुनव्वर खान बचाव में बयान दे रहे हैं। यहां तक की पीड़ित महिला तहसीलदार प्रीति रानी चौरसिया को भी अपनी सफाई में बयान देना पड़ रहा है। एक पत्रकार ने महिला तहसीलदार के प्रति सहानुभूति व्यक्त करने के स्थान पर उल्टा सवाल किया। महिला तहसीलदार ने अपनी सफाई में बताया कि, उन्होंने कहा कि टोकन बांटने के दौरान किसानों की बहुत भीड़ जमा हो गई थी। वो धीरे धोरे उग्र होती जा रही थी। हमारी टीम टोकन बांट रही थी। भीड़ बहुत ज्यादा थी, इसलिए टोकन बांटने के लिए मुझे लीड लेना पड़ी। मैं टोकन बांट रही थी, लेकिन किसान बैरिकेड्स तोड़कर हमारी तरफ आने लगे थे।
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