मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में, कोलार रोड स्थित साईंनाथ कॉलोनी में, 34 वर्ष के एक युवक की मृत्यु संदिग्ध अवस्था में हो गई। उनकी डेड बॉडी उनके घर के बाहर फांसी के फंदे पर लटकी मिली। युवक विदिशा का रहने वाला था। संस्कृति विभाग में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर काम कर रहे थे और उनकी पत्नी छतरपुर में असिस्टेंट प्रोफेसर है।
कोलार पुलिस ने अधिकारी की मौत को आत्महत्या बताया
कोलार रोड पुलिस के मुताबिक, मूलतः विदिशा निवासी 34 वर्षीय जितेंद्र धाकड़ की मूल नियुक्ति दमोह में हुई थी, वहां से प्रतिनियुक्ति पर संस्कृति विभाग में डिप्टी डायरेक्टर पदस्थ हुए थे। साईंनाथ कॉलोनी में अकेले रह रहे थे। उनकी पत्नी छतरपुर में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। सोमवार रात उन्होंने घर के बाहर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पड़ोसियों ने उन्हें फंदे पर लटका देखा तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने उनका मोबाइल जब्त किया है। पुलिस का कहना है कि पत्नी और परिजनों के बयान होने के बाद ही आत्महत्या के कारणों का खुलासा होगा।
विवाहित महिलाओं की तुलना में विवाहित पुरुष ज्यादा आत्महत्या करते हैं
भारत की सामाजिक स्थिति बदल गई है। 1947 में जब कानून बनाए जा रहे थे तब विवाह के बाद महिलाओं को प्रताड़ित किया जाता था। इसके कारण वह सुसाइड कर लिया करती थी। महिलाओं को प्रताड़ना से बचने के लिए दहेज एक्ट एवं घरेलू हिंसा से संबंधित कानून के माध्यम से उन्हें सुरक्षित किया गया परंतु अब स्थिति बदल गई है। नेशनल क्राइम रिसर्च ब्यूरो (NCRB) की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार सन 2023 में वैवाहिक तनाव के कारण 4863 पुरुषों द्वारा आत्महत्या की गई जबकि महिलाओं की संख्या (4,180) इससे कम थी। जिसका निष्कर्ष हुआ कि, वैवाहिक तनाव के कारण पुरुषों द्वारा आत्महत्या किए जाने के मामले बढ़ नहीं रहे हैं बल्कि महिलाओं से अधिक हो गए हैं।