टीकमगढ़ के लोग गर्व के साथ कह सकते हैं कि उनका सपूत मध्य प्रदेश के नागरिकों के मानवाधिकार का रक्षक है। श्री अवधेश प्रताप सिंह को मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग का सदस्य नियुक्त कर दिया गया है और उन्होंने अपना पदभार ग्रहण कर लिया है। श्री अवधेश प्रताप सिंह बरकतुल्लाह यूनिवर्सिटी भोपाल और दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट हैं।
अवधेश प्रताप सिंह: मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग के सदस्य
मुख्य समाचार इस प्रकार है: भोपाल विधानसभा के पूर्व प्रमुख सचिव अवधेश प्रताप सिंह ने शुक्रवार को मप्र मानव अधिकार आयोग में सदस्य का पदभार ग्रहण कर लिया। शुक्रवार को सुबह ही उनकी नियुक्ति का आदेश जारी हुआ था। इसके बाद वे आयोग पहुंचे और कार्यभार संभाल लिया। गौरतलब है कि 29 सितंबर को मानवाधिकार आयोग की नियुक्ति समिति की बैठक हुई थी। इस बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने अवधेश प्रताप सिंह के चयन प्रस्ताव पर सहमति दी थी। लेकिन नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इसका विरोध किया था।
अवधेश प्रताप सिंह कौन है
अवधेश प्रताप सिंह मध्य प्रदेश विधानसभा के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी हैं, जिन्हें हाल ही में प्रमुख सचिव के पद से सेवानिवृत्ति प्राप्त हुई है। वे 31 मार्च 1961 को जन्मे और तिकमगढ़ (मध्य प्रदेश) के मूल निवासी हैं। उनकी शैक्षणिक योग्यता में बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल से एम.ए. (आर.पी.ई.जी.) और दिल्ली विश्वविद्यालय से एल.एल.बी. शामिल है।
अवधेश प्रताप सिंह के कैरियर का संक्षिप्त विवरण:
25 अप्रैल 1985 को राज्यसभा सचिवालय, संसद भवन, नई दिल्ली में सेवा प्रारंभ हुई। 1993 में मध्य प्रदेश विधानसभा सेवा में शामिल हुए। 2014-2016 तक विधानसभा सचिव रहे, इसके बाद विधानसभा के प्रमुख सचिव बने। विधानसभा के प्रशासनिक प्रमुख के रूप में स्पीकर के सलाहकार की भूमिका निभाते थे और सदन के विधायी कार्यों, समितियों, प्रश्नों आदि का प्रबंधन करते थे। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनावों में सहायक रिटर्निंग अधिकारी के रूप में कार्य किया। विधानसभा सदस्यों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों और डिजिटलीकरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
पुरस्कार और उपलब्धियां:
- 2024 में अशोक अवॉर्ड (चार्ल्स वाल्टर्स काउंसिल फॉर इनोवेशन एंड रिसर्च द्वारा)।
- 2021 में उत्कृष्ट संसदीय सेवा पुरस्कार (लोकसभा स्पीकर द्वारा)।
- 2022 में स्वतंत्रता सेनानी विचित्र कुमार सिन्हा स्मृति "कुशल प्रशासक सम्मान"।
- अन्य: कर्मयोगी प्रशासक अवॉर्ड, बुंदेली रत्न अवॉर्ड, रोटरी इंटरनेशनल से सामाजिक सेवा सम्मान आदि।