भारत के सभी राज्यों में स्कूल शिक्षा में बड़ा बदलाव होने वाला है, NEP 2020 रिव्यू मीटिंग में संकेत मिले

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर 2025
: शिक्षा मंत्रालय के डिपार्टमेंट ऑफ स्कूल एजुकेशन एंड लिटरेसी (DoSEL) ने 7 अक्टूबर को सुषमा स्वराज भवन में राज्यों और यूनियन टेरिटरीज (UTs) के साथ एक महत्वपूर्ण रिव्यू मीटिंग आयोजित की। इस मीटिंग का मकसद था नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत चल रही सेंट्रल स्कीम्स और फ्लैगशिप प्रोग्राम्स की प्रोग्रेस को रिव्यू करना, ताकि सेंटर और स्टेट्स के बीच बेहतर तालमेल बने। मीटिंग में DoSEL के टॉप अधिकारियों ने विभिन्न टॉपिक्स पर डिटेल्ड प्रेजेंटेशन दिए और डिस्कशन लीड किए। आइए जानते हैं, किसने क्या कहा और उसके पीछे का मतलब क्या है। ये सब NEP 2020 के विजन को ग्राउंड लेवल पर लागू करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

शिक्षकों के युक्तिकरण के साथ FLN और GER जरूरी: संजय जाविन, सेक्रेटरी, DoSEL

डिपार्टमेंट ऑफ स्कूल एजुकेशन एंड लिटरेसी के सेक्रेटरी संजय जाविन ने मीटिंग की शुरुआत में NEP 2020 की अहमियत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि फोकस एरियाज में फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमरेसी (FLN) को मजबूत करना, ग्रॉस एनरोलमेंट रेशियो (GER) बढ़ाना, टीचर्स की रीडिप्लॉयमेंट और रेशनलाइजेशन, लर्निंग आउटकम्स सुधारना, और एजुकेशन इकोसिस्टम में स्किलिंग इंटीग्रेट करना शामिल है। 
मतलब: उनका ये कहना साफ करता है कि बिना स्ट्रॉन्ग बेसिक्स के बच्चे फ्यूचर रेडी नहीं हो सकते। FLN पर फोकस से क्लास 3 तक हर बच्चा पढ़ना-लिखना सीखेगा, GER से ज्यादा बच्चे स्कूल में आएंगे, और टीचर्स को वीक स्कूल्स में शिफ्ट करने से कोई स्कूल टीचरलेस नहीं रहेगा। ये सब 2030 तक 100% GER का टारगेट हासिल करने की दिशा में है।

समग्र शिक्षा 3.0 में फाइनेंशियल नॉर्म्स को रिस्ट्रक्चर करें: धीरज साहू, एडिशनल सेक्रेटरी, DoSEL

एडिशनल सेक्रेटरी धीरज साहू ने FY 2025-26 के तहत समग्र शिक्षा और PM SHRI (प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया) की फाइनेंशियल प्रोग्रेस पर डिटेल्ड प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने विकसित भारत बिल्डाथॉन और सामग्र शिक्षा 3.0 के प्रोग्रामेटिक व फाइनेंशियल नॉर्म्स के रिस्ट्रक्चरिंग पर डिस्कशन लीड किया। 
मतलब: इसका उद्देश्य है कि फंड्स का बेहतर यूज हो, ताकि प्री-प्राइमरी से सीनियर सेकेंडरी तक इंटीग्रेटेड एजुकेशन मिले। बिल्डाथॉन से इनोवेटिव सॉल्यूशंस आएंगे, और रिस्ट्रक्चरिंग से स्कीम्स ज्यादा इफेक्टिव होंगी। खासकर रूरल एरियाज में 14,500 मॉडल स्कूल्स बनाने के प्लान को स्पीड अप करने के लिए।

PMPOSHAN से न्यूट्रिशन और अटेंडेंस दोनों बढ़ेंगे: आनंदराव वी. पाटिल, एडिशनल सेक्रेटरी, DoSEL

एडिशनल सेक्रेटरी आनंदराव पाटिल ने PM POSHAN (मिड-डे मील प्रोग्राम) की फाइनेंशियल प्रोग्रेस, डिजिटल एजुकेशन, PARAKH (नेशनल असेसमेंट सेंटर), और स्कूल्स में मेंटल हेल्थ वीक के ऑब्जर्वेंस पर बात की। 
मतलब: PMPOSHAN से बच्चों का न्यूट्रिशन सुधरेगा, जिससे अटेंडेंस बढ़ेगी। डिजिटल एजुकेशन से टेक-बेस्ड लर्निंग आएगी, PARAKH से स्टैंडर्डाइज्ड टेस्टिंग से लर्निंग आउटकम्स मापे जाएंगे, और मेंटल हेल्थ वीक से बच्चों की मेंटल वेलबीइंग पर फोकस होगा। ये सब NEP के होलिस्टिक एजुकेशन के पिलर हैं।

NIPUN भारत से FLN का बेस स्ट्रॉन्ग होगा: अर्चना शर्मा अवस्थी, जॉइंट सेक्रेटरी, DoSEL

जॉइंट सेक्रेटरी अर्चना शर्मा अवस्थी ने NIPUN भारत, ULLAS (अडल्ट लिटरेसी प्रोग्राम), KGBV (कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय), और स्कूल मैनेजमेंट कमिटी (SMC) की प्रोग्रेस रिव्यू की। 
मतलब: NIPUN से 2026-27 तक क्लास 3 तक सभी बच्चों को FLN स्किल्स मिलेंगी (अभी 4 करोड़ से ज्यादा कवर हो चुके)। ULLAS से लो-लिटरेसी अडल्ट्स को डिजिटल टूल्स से literate बनाया जाएगा, KGBV से डिसएडवांटेज्ड गर्ल्स को फ्री बोर्डिंग एजुकेशन मिलेगी, और SMCs से लोकल लेवल पर मॉनिटरिंग मजबूत होगी। जेंडर इक्विटी और इंक्लूसिव एजुकेशन को बूस्ट करने के लिए।

क्लास 6-8 में प्री-स्किल एक्सपोजर जरूरी: प्राची पांडे, जॉइंट सेक्रेटरी, DoSEL

जॉइंट सेक्रेटरी प्राची पांडे ने क्लास 6 से 8 तक प्री-स्किल एक्सपोजर, माय करियर ऐप, और तारा ऐप पर डिस्कशन लीड किया। 
मतलब: बच्चों को जल्दी स्किल्स एक्सपोजर देने से फ्यूचर जॉब्स के लिए तैयार होंगे। माय करियर ऐप से करियर गाइडेंस मिलेगा, तारा ऐप से ट्रैकिंग आसान होगी। ये NEP के मल्टीडिसिप्लिनरी और स्किल-बेस्ड लर्निंग को सपोर्ट करता है।

विद्यंजलि के CSR मॉड्यूल से फंडिंग बढ़ेगी: ए. श्रीजा, इकोनॉमिक एडवाइजर, DoSEL

इकोनॉमिक एडवाइजर ए. श्रीजा ने विद्यंजलि प्लेटफॉर्म के CSR मॉड्यूल को लिवरेज करने और PRASHAST स्क्रीनिंग ऐप को प्रमोट करने की स्ट्रैटजीज हाइलाइट कीं। 
मतलब: विद्यंजलि से वॉलंटियर्स और कॉर्पोरेट फंडिंग स्कूल्स से कनेक्ट होगी, PRASHAST से डिसेबिलिटी वाले बच्चों की अर्ली आइडेंटिफिकेशन और सपोर्ट होगा। इंक्लूसिव एजुकेशन को स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए।

स्पेशल कैंपेन 5.0 से ई-वेस्ट मैनेजमेंट बेहतर: अमरप्रीत दुग्गल, जॉइंट सेक्रेटरी, DoSEL

जॉइंट सेक्रेटरी अमरप्रीत दुग्गल ने स्पेशल कैंपेन 5.0, ई-वेस्ट मैनेजमेंट, और एक पेड मां के नाम 2.0 इनिशिएटिव के रिजल्ट्स पर डिस्कशन किया। 
मतलब: कैंपेन से गवर्नेंस क्लीन-अप होगा, ई-वेस्ट से पर्यावरण प्रोटेक्शन, और ट्री प्लांटेशन कैंपेन से स्कूल्स में एनवायरनमेंट अवेयरनेस बढ़ेगी। सस्टेनेबल डेवलपमेंट के साथ एजुकेशन को लिंक करने का प्रयास।

मीटिंग का समापन हुआ सेंटर-स्टेट्स के बीच सिनर्जी पर कमिटमेंट के साथ, जो NEP 2020 को हर स्तर पर लागू करने का संकेत देता है। ये डेलिबरेशंस दिखाते हैं कि शिक्षा सिस्टम को फ्यूचर-प्रूफ बनाने की दिशा में काम तेज हो रहा है। 

Important points of NEP 2020 review meeting

- NEP 2020 भारत की नई शिक्षा नीति है जो जुलाई 2020 में लॉन्च हुई, इसका मुख्य फोकस holistic और multidisciplinary education पर है ताकि हर बच्चे को quality learning मिले।
- FLN यानी Foundational Literacy and Numeracy को NEP में सबसे ऊपर रखा गया है, क्योंकि बिना strong base के आगे की पढ़ाई मुश्किल हो जाती है।
- NIPUN Bharat मिशन जुलाई 2021 में शुरू हुआ, इसका टारगेट है 2026-27 तक सभी बच्चों को class 3 तक FLN skills देना, अब तक 4 करोड़ से ज्यादा बच्चों को कवर किया गया है।
- Gross Enrolment Ratio (GER) बढ़ाने का लक्ष्य NEP में साफ है, secondary level पर 100% GER 2030 तक पहुंचाना है, अभी primary में 94% के आसपास है।
- Teachers की redeployment और rationalisation से extra staff को weak schools में शिफ्ट करना है, ताकि learning outcomes सुधरें और कोई स्कूल teacherless न रहे।
- Samagra Shiksha स्कीम pre-primary से senior secondary तक integrated education कवर करती है, NEP के साथ align करके revamp हुई, FY 2025-26 में financial progress पर फोकस।
- PMSHRI यानी PM Schools for Rising India 14,500 model schools बनाने का प्लान है, जो NEP के principles पर चलें और rural areas में quality education दें।
- PMPOSHAN स्कीम mid-day meal program है, जो children's nutrition सुधारती है, DoSEL के तहत financial progress track हो रहा है ताकि schools में attendance बढ़े।
- ULLAS नया adult literacy program है, NEP के under low-literacy adults को literate बनाने का मिशन, digital tools से support।
- KGBV residential schools girls के लिए हैं, disadvantaged backgrounds से आती लड़कियों को free education और boarding देता है, NEP में gender equity के लिए important।
- PARAKH national assessment center है, standardized testing से learning outcomes measure करता है, NEP का key pillar।
- Vidyanjali platform volunteers को schools से connect करता है, CSR module से corporate funding attract करने का strategy।
- PRASHAST app screening tool है inclusive education के लिए, disabilities वाले बच्चों की early identification और support।
- Ek Ped Maa Ke Naam 2.0 campaign tree plantation drive है, schools में environment awareness बढ़ाने के लिए, recent results positive। 
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