भोपालः मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (ईएसबी) की ओर से प्राथमिक शिक्षक चयन परीक्षा नौ से 13 अक्टूबर तक आयोजित की गई। इस बार अतिथि शिक्षकों के लिए 50 फीसद सीटें आरक्षित की गई। साथ ही आयु सीमा में भी नौ साल की वृद्धि की गई। अब अतिथि शिक्षकों ने चयन परीक्षा में 50 प्रतिशत अंक अर्जित करने पर चयन करने की मांग की है।
ऑनलाइन अटेंडेंस के कारण पढ़ने का टाइम ही नहीं मिला
अतिथि शिक्षकों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर मांग की है कि वे परीक्षा की तैयारी नहीं कर पाए हैं। उन्होंने ज्ञापन में लिखा है कि स्कूलों में आनलाइन हाजिरी अनिवार्य किया गया है। इस कारण स्कूल में भी सात से आठ घंटे तक पढ़ाना पड़ता था, जिससे वे परीक्षा की तैयारी में समय नहीं दे सके। इसका उन्हें अनुभव प्रमाणपत्र भी जमा करना पड़ा है। इसके अलावा उन्होंने ज्ञापन में लिखा है कि प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा में 60% अंक मिलने पर भी मेरिट सूची में शामिल हुए हैं। फिर इस परीक्षा में भी उन्हें छूट प्रदान की जाए।
अतिथि शिक्षकों की परीक्षा, नियमितीकरण की प्रक्रिया
मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का वादा किया था लेकिन नई शिक्षा व्यवस्था के कारण इस प्रकार: अनुभव के आधार पर, चुनावी घोषणा के आधार पर अतिथि शिक्षकों को नियमित नहीं किया जा सकता है। इसलिए अतिथि शिक्षकों को पात्रता परीक्षा और चयन परीक्षा में कोटा दिया गया। व्यावहारिक दृष्टि से यह कोई चयन परीक्षा नहीं बल्कि अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण की प्रक्रिया का एक हिस्सा है।
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