भोपाल, 28 अक्टूबर 2025: कैलाश मकवाणा, पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय, मध्यप्रदेश भोपाल ने कमला ट्रेवल्स बस में आग लगने के मामले में, घटना के हीरो प्रधान आरक्षक नंबर 323 श्री अरविंद रघुवंशी को इनाम तो दे दिया है लेकिन इतनी घटिया बस को सड़क पर दौड़ाने वाले बस संचालक, उसे सड़क पर चलने की अनुमति देने वाले परिवहन अधिकारी और बस संचालक के पॉलिटिकल गॉड के खिलाफ एक्शन कब होगा।
प्रधान आरक्षक 323 अरविन्द रघुवंशी की वीरता की कहानी
डीजीपी मध्य प्रदेश के आदेश में लिखा है कि, दिनांक 25 अक्टूबर, 2025 की रात्रि लगभग 07.45 बजे वीडियोकोच बस पिछोर से ईसागढ़ होते हुए इंदौर जा रही थी, जिसमें लगभग 40-45 यात्री सवार थे। ईसागढ़ के गुड मॉर्निंग सर पास बस के आगे इंजन के पास आग लगना प्रारंभ हुई तो तत्काल बस में सवार प्रधान आरक्षक 323 अरविन्द रघुवंशी, थाना कदवाया जिला अशोकनगर ने बस के क्लीनर के साथ मिलकर बस का कांच तोड़कर स्वंय बाहर निकला और बस में सवार अन्य यात्रियों को तत्परतापूर्वक बाहर निकाला तथा अन्त में बस में पीछे जाकर यह सुनिश्चित किया कि बस में कोई अन्य यात्री शेष नहीं है। प्रधान आरक्षक की तत्परता, बुद्धिमत्ता एवं बहादुरीपूर्ण कार्यवाही से बस में सवार सभी यात्रियों की जान बच सकी तथा घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, अन्यथा यात्रियों के जल जाने की पूर्ण आशंका थी। आग लगने से सम्पूर्ण बस बाद में पूरी तरह से जल गई। उपरोक्त सराहनीय कार्य करने पर उत्साहवर्धन हेतु प्रधान आरक्षक 323 अरविन्द रघुवंशी थाना कदवाया जिला अशोकनगर को रू. 10,000/- (दस हजार रूपये) नगद पुरस्कृत किया जाता है।
क्लीनर ने भी वीरता का प्रदर्शन किया लेकिन उसका सम्मान किसी ने नहीं किया
सोशल मीडिया पर भीड़ की भेड़ चाल देखिए। घटना के बाद एक टीवी पत्रकार ने हेड कांस्टेबल अरविंद रघुवंशी का इंटरव्यू लिया और वह वायरल हो गया। बस में सवार 45 यात्रियों की जान बचाने का पूरा क्रेडिट हेड कांस्टेबल श्री अरविंद रघुवंशी को दे दिया गया। पुलिस की इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट और डीजीपी के ऑर्डर में भी स्पष्ट लिखा है कि बस के क्लीनर ने बराबर से जोखिम उठाया और यात्रियों की जान बचाई लेकिन उसका सम्मान किसी ने नहीं किया।
कमला ट्रेवल्स के खिलाफ कार्रवाई कब होगी?
DGP के आदेश में यह भी स्पष्ट लिखा है कि, बस के इंजन के पास से आग लगी। को इस स्टोरी के हीरो श्री अरविंद रघुवंशी ने भी यही बताया है और यात्रियों का भी यही कहना है। स्पष्ट है कि बस में टेक्निकल गड़बड़ी थी, बस का प्रॉपर मेंटेनेंस नहीं था। इसलिए 45 से अधिक यात्रियों की जान को खतरा पैदा हो गया था। रिकॉर्ड उठा कर देख लीजिए कमला बस की बसों में हर साल बड़े एक्सीडेंट होते हैं। सवाल यह है कि यदि बस में श्री अरविंद रघुवंशी नहीं होते तो क्या होता। इस प्रकार की घटना से बचने के लिए क्या पुलिस कमला ट्रेवल्स की हर बस में श्री अरविंद रघुवंशी की ड्यूटी लगाएगी।
घटना का संक्षिप्त विवरण
अशोकनगर जिले में शनिवार रात एक भीषण हादसा हो गया। शिवपुरी जिले के पिछोर से इंदौर जा रही एक यात्री बस में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते बस पूरी तरह जल गई। घटना अशोकनगर जिले के ईसागढ़ रोड पर बमनावर गांव के पास रात करीब 8 बजे की है। बस कमला ट्रैवल्स की थी और उसमें इंदौर जाने वाले यात्री सवार थे। आग लगते ही बस में अफरा-तफरी मच गई। बस में सवार एक पुलिसकर्मी और ड्राइवर ने कांच तोड़कर यात्रियों को बाहर निकाला। पास ही मौजूद लोग भी मदद के लिए दौड़े। सभी यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया है लेकिन बस पूरी तरह जल गई।
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