इंदौर की विधानसभा नंबर 1 से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे कांग्रेस पार्टी के नेता प्रवेश अग्रवाल की अपने ही पेट हाउस में मौत हो गई। प्राइमरी इन्वेस्टिगेशन के बाद स्पष्ट हुआ है कि, चूहे ने अखंड ज्योति को भोग के ऊपर गिरा दिया। इसके कारण टेंट हाउस में आग लगना शुरू हुई। आज के कारण स्मार्ट लॉक सिस्टम बंद हो गया और प्रवेश अग्रवाल दरवाजा नहीं खोल पाए। धुआं घर के अंदर भरत चला गया और दम घुटने के कारण उनकी मृत्यु हो गई।
रात 2:00 बजे जाकर सोए थे
गुरुवार सुबह करीब 5.20 बजे लसूड़िया इलाके में सौम्या महिंद्रा शोरूम के पेंटहाउस में आग लग गई थी। घर में सो रहे कांग्रेस नेता प्रवेश अग्रवाल की दम घुटने से मौत हो गई थी। बड़ी बेटी सौम्या (15) गंभीर घायल है और बॉम्बे हॉस्पिटल में भर्ती है। पत्नी श्वेता और छोटी बेटी मायरा (10) सुरक्षित हैं। हादसे के समय शोरूम में तीन कर्मचारी मौजूद थे। हादसे से पहले वह अपनी मां से मिलने अपने भाई के घर गए थे। रात करीब 2 बजे वे अपने पेंटहाउस में आकर सो गए।
स्मार्ट लॉक और हाई सिक्योरिटी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मौत का कारण बन गई
पेंटहाउस हाई सिक्योरिटी से लैस था। यहां डोर कैमरा और फिंगरप्रिंट लॉक लगे हुए थे। आग लगने के कारण सिस्टम फेल हो गया। प्रवेश अग्रवाल बेटी को लेने पेंटहाउस के पीछे की तरफ गए थे। वहां धुएं में घिर जाने के कारण वे अंदर ही बेहोश हो गए। हादसे के समय शोरूम में तीन कर्मचारी मौजूद थे- रघुनाथ उर्फ रघु, जयराम और एक अन्य कर्मचारी। उन्होंने मदद के लिए आवाज लगाई। रघु ने टीआई तारेश सोनी को कॉल किया। टीआई ने 5 मिनट में एफआरवी टीम भेजी और 10 मिनट के अंदर सौम्या को सुरक्षित नीचे लाया गया। गार्ड्स ने सभी को छत पर बने गेट से बाहर निकाला।
हाई सिक्योर्ड पेंटहाउस में चूहे भी थे
टीआई तारेश सोनी ने बताया कि दीपोत्सव के लिए अग्रवाल ने अपने मंदिर में पांच दिन के लिए दो अखंड ज्योत लगाई थी। गुरुवार को उसका समापन था। घर में सबसे ज्यादा आग पूजा घर से ही फैली है। उसी के पास में सौम्या का रूम था। इसलिए आशंका है कि उसी अखंड ज्योत से आग लगी होगी। फायर ब्रिगेड और एफएसएल टीम मौके पर मौजूद रही। पेंट हाउस में मृत चूहे भी मिले, जिससे आशंका है कि उन्होंने भोग के सामान पर ज्योत गिरा दी, जिससे आग लगी। शार्ट सर्किट जैसे कोई अन्य सबूत नहीं मिले। टीआई सोनी के मुताबिक आग की शुरुआत मंदिर की तरफ से हुई, जबकि बाकी कमरे में आग बाद में फैली।
आग चूहे के कारण लगी लेकिन मौत स्मार्ट लॉक के कारण हुई
स्मार्ट लॉक चोरी या अनाधिकृत प्रवेश की संभावना लगभग खत्म कर देते हैं। हर सदस्य के पास पासवर्ड, फिंगरप्रिंट या ऐप एक्सेस होता है। यह सिक्योरिटी का एक तगड़ा इंतजाम माना जाता है लेकिन स्मार्ट लॉक की डिवाइस बिजली और बैटरी पर निर्भर होते हैं। वाई-फाई, फिंगरप्रिंट या मोबाइल एप से संचालित होने के कारण नेटवर्क फेल, सॉफ्टवेयर गड़बड़ी या सेंसर खराबी के अलावा पासवर्ड या कंट्रोल न हो तो आपात स्थिति में लॉक होने का खतरा।
बचने का सिर्फ एक तरीका है, दरवाजे के पास फायर हैमर, लोहे की रॉड या छोटा हथौड़ा रखें, क्योंकि यदि कोई टेक्निकल गड़बड़ हुई और आपातकालीन स्थिति है तो केवल यही उपकरण काम आ सकते हैं।
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